अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना, आस्था को जोड़ने वाला बताया

आस्था का महत्व और भाजपा की नकारात्मकता
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि आस्थाओं का उद्देश्य लोगों को एकजुट करना है, इसलिए भाजपा के सदस्य इसको तोड़ने पर चिढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि आस्था सकारात्मकता लाती है, जिससे नकारात्मक सोच वाले भाजपाई परेशान होते हैं। आस्थाओं के माध्यम से लोगों के बीच की दूरियां कम होती हैं, इसलिए भाजपा के विभाजनकारी तत्वों को यह भी बुरा लगता है। ये विचार उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किए हैं।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आस्था जोड़ने का कार्य करती है और समाजवादी पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है। भाजपा हमेशा उन चीजों से चिढ़ती है जो लोगों को एकजुट करती हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि यह भेदभाव की राजनीति करती है और नफरत फैलाने का काम कर रही है।
आस्थाओं का काम लोगों को जोड़ना होता है, इसीलिए तोड़नेवाले भाजपाइयों को चिढ़ होती है।
आस्था लोगों को सकारात्मक बनाती है, इसीलिए नकारात्मक भाजपाइयों को चिढ़ होती है।
आस्थाओं से लोगों के बीच की दूरी दूर होती है, इसीलिए दरारवादी भाजपाइयों को चिढ़ होती है। pic.twitter.com/UH6tGEQKzR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 23, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा पीडीए के खिलाफ है और समाजवादी सरकार ने बुनकरों और पसमांदा मुसलमानों के लिए जो कार्य किए थे, भाजपा ने उन्हें रोक दिया है। समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए पीडीए का समर्थन करेगी। उत्तर प्रदेश में बिजली की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
बिहार में मतदाता सूची के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष एकजुट है और चुनाव आयोग पर समय-समय पर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में उप चुनावों में हुई धांधलियों का भी जिक्र किया और कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि हर मतदाता का नाम सूची में हो और अधिक से अधिक लोग मतदान करें।