अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उठाए गंभीर सवाल, किसानों की स्थिति पर चिंता जताई
अखिलेश यादव की प्रेस कॉफ्रेंस में भाजपा पर निशाना
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस में भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है और उन्हें झूठे वादे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया गया था, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। महंगाई लगातार बढ़ रही है, और डीजल, पेट्रोल तथा बिजली की कीमतें आसमान छू रही हैं।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि यदि सरकार से पूछा जाए कि राशन प्राप्त करने वाले लोगों की प्रति व्यक्ति आय क्या है, तो सरकार इसका जवाब देने में असमर्थ है। उन्होंने महंगाई के बढ़ते स्तर पर चिंता जताते हुए कहा कि गाड़ियों, मकानों और सोने की कीमतें भी बढ़ गई हैं। भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह सोने को इकट्ठा कर रही है, जिससे गरीब लोग अपनी बेटियों की शादी में भी सोने का सामान नहीं दे पा रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'यह सरकार झूठ और डर के सहारे चल रही है।' इसके साथ ही उन्होंने बिहार में 35 हजार लीटर शराब पकड़े जाने की घटना का जिक्र किया और कहा कि भाजपा के लोग इसमें शामिल हैं। उन्होंने 2022 के चुनाव में किए गए वादों का भी उल्लेख किया, जिसमें मुफ्त डाटा और आटा देने का वादा किया गया था। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के विदेश दौरे पर भी टिप्पणी की और कहा कि 2027 के चुनावों से पहले भाजपा चोरी की तैयारी कर रही है।
