अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उठाए सवाल, न्याय की कमी पर जताई चिंता

भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार कानून और संविधान के अनुसार नहीं चल रही है और लोगों पर दबाव डालकर शासन कर रही है। यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है और यह लोगों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जब मुख्यमंत्री आवास में समझौते हो रहे हैं, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा।
उन्होंने बाराबंकी में छात्रों की पिटाई के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भी समझौता हो गया है। इसी तरह कौशाम्बी में पाल समाज की बेटी के साथ अन्याय हुआ, लेकिन परिवार को न्याय नहीं मिला। गाजीपुर में भी इसी तरह के मामले सामने आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी पीड़ितों के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार दबाव डालकर समझौते करवा रही है और इस सरकार में किसी को भी न्याय नहीं मिल सकता। कानपुर में माफिया से जुड़े मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जो कि गंभीर चिंता का विषय है।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी आउटसोर्सिंग व्यवस्था के खिलाफ है और उनकी सरकार बनने पर इसे समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद कर दिया है। मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी है और शिक्षा महंगी हो गई है, जिससे गरीब छात्रों के लिए डॉक्टर बनना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे दिल्ली की नीतियों की नकल कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। भाजपा के लोग नफरत फैलाने वाले हैं और व्यापार के दुश्मन हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी विकास और रोजगार के लिए प्रतिबद्ध है और 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने का संकल्प लिया है।
नेपाल में भारतीय पत्रकारों की पिटाई के मामले पर यादव ने कहा कि यह भाजपा सरकार की विदेश नीति की विफलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा समाज को शिक्षा से वंचित कर रही है और भ्रष्टाचार का चेहरा उजागर हो चुका है। समाजवादी पार्टी सकारात्मक नारे के साथ एक नई व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रही है।