अखिलेश यादव ने यूपी चुनावों के लिए आधी आबादी पर ध्यान केंद्रित किया
सपा प्रमुख का नया राजनीतिक दृष्टिकोण
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव परिणामों के बाद अपनी राजनीतिक रणनीति में बदलाव किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए एक नया कार्यक्रम तैयार किया है, जिसमें पंचायत चुनावों के साथ-साथ विधानसभा चुनावों में भी सपा को जीत दिलाने के लिए आधी आबादी पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन की बड़ी जीत के बाद, यह स्पष्ट हुआ कि महिलाओं ने रिकॉर्ड मतदान किया, जिससे नीतीश सरकार की वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अनुभव से सीख लेते हुए, अखिलेश यादव ने यूपी में भी महिलाओं को लुभाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। संसद में सपा की महिला सांसदों की संख्या के माध्यम से, वे यूपी की आधी आबादी के विकास और उन्नति का एक बड़ा संदेश दे रहे हैं।
संसद में पीडीए का परचम लहरातीं सपा की ज़िम्मेदार जन प्रतिनिधि।
नारी शक्ति का विकास कहने से नहीं, उन्हें सच्चा प्रतिनिधित्व देने से होगा। पीडीए में ‘आधी आबादी’ के रूप में शामिल हर स्त्री का सम्मान और समृद्धि हमारा संकल्प है।
PDA में शामिल ‘A’ मतलब ‘आधी आबादी’ मतलब हर बच्ची,… pic.twitter.com/asW3UnBjzx
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 3, 2025
अखिलेश यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा कि संसद में पीडीए का परचम लहरातीं सपा की जिम्मेदार जन प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति का विकास केवल कहने से नहीं, बल्कि उन्हें सच्चा प्रतिनिधित्व देने से होगा। उन्होंने यह भी बताया कि पीडीए में ‘आधी आबादी’ का अर्थ है हर महिला का सम्मान और समृद्धि। इसके साथ ही, उन्होंने ‘स्त्री सम्मान-समृद्धि योजना’ की घोषणा की, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
