अनिल विज का अनिरुद्धाचार्य पर तीखा हमला: संत और कथावाचक में अंतर

अनिल विज का बयान: संत और कथावाचक में अंतर
अनिल विज का बयान: “कोई चार किताबें पढ़कर संत नहीं बनता” – अनिल विज का अनिरुद्धाचार्य पर तीखा हमला: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं के प्रति दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विज ने कहा कि “कथावाचक और संत में बड़ा अंतर होता है। कोई भी चार किताबें पढ़कर कथावाचक बन सकता है, लेकिन संत वही होता है जो मोह-माया को छोड़कर परमात्मा से जुड़ता है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि धर्म का वास्तविक ज्ञान संतों से ही प्राप्त होता है, न कि मनोरंजन करने वाले कथावाचकों से। विज ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने विवेक से यह तय करें कि कौन संत है और कौन केवल कथावाचक है।
SYL विवाद और पंजाब पर अनिल विज की टिप्पणी
SYL नहर मुद्दे पर अनिल विज का बयान: अनिल विज ने SYL नहर के विवाद पर भी खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब कभी एक थे, और पानी पर हरियाणा का समान अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने भी हरियाणा के पक्ष में निर्णय दिया है, लेकिन पंजाब सरकार हरियाणा को उसका पानी नहीं दे रही है।
विज ने आरोप लगाया कि पंजाब का पानी पाकिस्तान जा रहा है, जबकि हरियाणा को उसका हिस्सा नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि सिंधु नदी का पानी पीकर ही हम हिंदू बने हैं, और अब उस पर राजनीति हो रही है।
विकास और राजनीति पर अनिल विज की राय
तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड पर अनिल विज की प्रतिक्रिया: तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड सामने आने पर अनिल विज ने कहा कि “फर्जी नेता ही फर्जी वोटर्स के लिए दहाड़ते हैं।” उन्होंने चुनाव आयोग से वास्तविक मतदाता की पहचान करने की मांग की।
गुरुग्राम में जलभराव पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के बयान का जवाब देते हुए विज ने कहा कि जब गुरुग्राम बस रहा था, तब कांग्रेस की सरकार थी और कोई योजना नहीं बनाई गई थी।
विज ने इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति पर भी चर्चा की और कहा कि सरकार चार्जिंग स्टेशन के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने पर ध्यान दे रही है। यात्रियों के लिए आरामदायक व्यवस्था की जाएगी ताकि वे चार्जिंग के दौरान विश्राम कर सकें।