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अनिल विज ने अपने एक्स अकाउंट से 'मिनिस्टर' शब्द हटाया, राजनीतिक हलचल तेज

हरियाणा के अंबाला से विधायक अनिल विज ने अपने एक्स अकाउंट से 'मिनिस्टर' शब्द हटा दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बदलाव के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन विज की नाराजगी और भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष तायल की सीएम नायब सैनी से मुलाकात ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। जानें इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में।
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अनिल विज ने अपने एक्स अकाउंट से 'मिनिस्टर' शब्द हटाया, राजनीतिक हलचल तेज

राजनीतिक हलचल का कारण


अनिल विज, अंबाला: हरियाणा के अंबाला से विधायक अनिल विज ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से 'मिनिस्टर' शब्द हटा दिया है। यह बदलाव बुधवार रात लगभग 11:30 बजे हुआ। पहले उनके नाम के साथ 'मिनिस्टर हरियाणा, इंडिया' लिखा था।


इस परिवर्तन ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब उनके नाम के साथ केवल 'अंबाला कैंट, हरियाणा' लिखा हुआ है। इस बदलाव के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।


आशीष तायल की सीएम नायब सैनी से मुलाकात

सूत्रों के अनुसार, विज की नाराजगी हाल के दिनों में बढ़ी है। इसकी एक प्रमुख वजह भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष तायल की सीएम नायब सैनी से मुलाकात है। 11 सितंबर को तायल ने अंबाला कैंट के उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ चंडीगढ़ में सीएम से मुलाकात की थी। उन्होंने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं। इसके बाद, 12 सितंबर को विज ने अपने एक्स अकाउंट पर अंबाला में समानांतर भाजपा चलाने की टिप्पणी की।


विज ने तायल को गद्दार कहा

तायल वही पूर्व भाजपाई हैं, जिनके साथ विज ने सीएम नायब सैनी की फोटो शेयर कर उन्हें गद्दार का ठप्पा लगाया था। इस विवाद पर तायल ने कहा कि वह केवल उद्योगपतियों के डेलीगेशन के साथ सीएम से मिलने गए थे।


उन्होंने कहा, "हमने अंबाला छावनी के इंडस्ट्रियल एरिया में पानी की निकासी के लिए सीएम को ज्ञापन दिया है। मुझे नहीं पता कि विज की पोस्ट किसकी ओर इशारा कर रही है।"


सीएम और प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी

भाजपा ने विज को सीएम नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयानबाजी करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें तीन दिन में जवाब मांगा गया था। विज ने इसके बाद आठ पन्नों में अपना जवाब भेजा था। हालांकि, इसके बाद विज और बड़ौली ने इस मामले पर सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा।