अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तक़ी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महत्वपूर्ण बयान

आमिर खान मुत्तक़ी की प्रेस वार्ता
आमिर खान मुत्तक़ी की दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तक़ी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के कई सवालों का खुलकर जवाब दिया। पहली बार आयोजित इस प्रेस वार्ता में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति पर मुत्तक़ी ने कहा कि यह केवल समय की कमी के कारण था। भागीदारी की सूची कुछ विशेष पत्रकारों के साथ बनाई गई थी, और यह न तो तकनीकी समस्या थी और न ही जानबूझकर किसी को बाहर रखा गया था।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे नागरिकों की जिंदगी को प्रभावित किया, वे आज भी काबुल में स्वतंत्रता से जी रहे हैं। हम यह दिखाना चाहते हैं कि खून का बदला खून से नहीं लिया जा सकता। हमने उन सभी को माफ कर दिया है जिन्होंने हमारे खिलाफ संघर्ष किया। यदि अब भी किसी पर अत्याचार होता है, तो हमारे पास कानून हैं। हमारे गवर्नर और अन्य अधिकारियों के लिए कोई विशेष सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। मैं खुद काबुल में बिना किसी सुरक्षा के बाइक चलाता हूं। उन्होंने महिला शिक्षा और उनके अधिकारों के बारे में पूछे गए सवालों का भी उत्तर दिया।
महिलाओं की शिक्षा पर आमिर खान मुत्तक़ी का बयान
'हमारे स्कूलों में एक करोड़ छात्र हैं, जिनमें 28 लाख लड़कियां शामिल हैं'
तालिबान शासन के तहत महिलाओं की शिक्षा पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुत्तक़ी ने कहा कि हमारे उलेमाओं और मदरसों के साथ संबंध हैं, जिनमें देवबंद भी शामिल है। हमारे स्कूलों में एक करोड़ छात्र पढ़ते हैं, जिनमें से 28 लाख लड़कियां हैं। हमने महिलाओं की शिक्षा को धार्मिक रूप से 'हराम' नहीं घोषित किया है।
इस्लामी शासन और अधिकारों पर आमिर खान मुत्तक़ी का दृष्टिकोण
'अफगानिस्तान में इस्लामी शासन है, इस्लाम में सभी के अधिकार सुरक्षित हैं'
पत्रकारों के सवालों का उत्तर देते हुए आमिर खान मुत्तक़ी ने कहा कि अफगानिस्तान में इस्लामी शासन है। इस्लाम में सभी के अधिकार सुरक्षित हैं, चाहे वे पुरुष हों या महिलाएं। सभी को स्वतंत्रता है और किसी पर कोई पाबंदी नहीं है। पिछले 40 वर्षों में जो कुछ भी हुआ, चार साल पहले जब हमने शासन संभाला, तो हमने उन अधिकांश लोगों को माफ कर दिया, जिन्हें पहले सजा दी गई थी।