अमर्त्य सेन ने भारतीय लोकतंत्र में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका की सराहना की

सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता पर अमर्त्य सेन की टिप्पणी
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने भारतीय लोकतंत्र में सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता की सराहना की है। उन्होंने हाल ही में एक बयान में कहा कि अब वह सिस्टम ऑफ इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन (एसआईआर) को लेकर कम चिंतित हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण माना है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सेन ने सुप्रीम कोर्ट के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, "मैं अब एसआईआर के बारे में कम चिंतित हूँ... सुप्रीम कोर्ट ने यह भी बताया है कि यह मुद्दा भारतीय लोकतंत्र के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए मैं खुश हूँ कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में भारत के लोगों के लिए काम कर रहा है, भले ही सरकारी संस्थाएं अपनी ज़िम्मेदारी निभाने में विफल रही हों।" सेन का यह बयान सुप्रीम कोर्ट की उस भूमिका को उजागर करता है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण साबित हो रही है।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: Nobel laureate Amartya Sen says, "I am less concerned about the SIR now...the Supreme Court also mentioned how important this issue is for Indian democracy. So I'm happy that the Supreme Court is working for the people of India in this case, even… pic.twitter.com/KnY1mLf3yt
— News Media (@NewsMedia) August 23, 2025
सरकारी संस्थाओं की नाकामी पर चिंता व्यक्त की
सेन ने अपने बयान में यह भी बताया कि सरकारी संस्थाएं कई बार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पातीं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप न केवल महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक आशा की किरण भी है। उनके इस बयान ने देश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थाओं की जवाबदेही पर चर्चा को और तेज कर दिया है।