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अमित शाह: एक राजनीतिक यात्रा की कहानी

अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में हुआ। उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 16 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हुई। उन्होंने भाजपा में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं और 2014 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। 2019 में गृह मंत्री के रूप में उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए। इस लेख में उनके जीवन और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी गई है।
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अमित शाह: एक राजनीतिक यात्रा की कहानी

अमित शाह का प्रारंभिक जीवन


अमित शाह का जन्मदिन विशेष: अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में हुआ। उनके पिता, अनिलचंद्र शाह, व्यवसायी थे, जबकि उनकी मां, कुसुम बेन, एक गृहिणी थीं। उनके दादा बड़ौदा राज्य की एक छोटी रियासत मानसा में नगर सेठ थे। अमित शाह ने अपना बचपन मानसा गांव में बिताया और यहीं पर अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।


उनकी मां का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा। वह कट्टर गांधीवादी थीं और उन्होंने अमित शाह को खादी पहनने के लिए प्रेरित किया। इसी से उनके व्यक्तित्व में सादगी और अनुशासन की नींव पड़ी, जो आज भी उनकी पहचान है।


सार्वजनिक जीवन की शुरुआत

1980 में संघ से जुड़कर शुरू हुआ सार्वजनिक जीवन


अमित शाह ने 1980 में केवल 16 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। इस दौरान वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से भी जुड़े। 1982 में उन्हें ABVP की गुजरात इकाई का संयुक्त सचिव बनाया गया। 1984 में उन्होंने नारायणपुर वार्ड में भाजपा के लिए मतदान एजेंट के रूप में कार्य किया।


1987 में वे भाजपा युवा मोर्चा में शामिल हुए और समाज सुधारक नानाजी देशमुख के साथ काम करने का अवसर मिला, जिसने उनके राजनीतिक जीवन को नई दिशा दी।


भाजपा में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ

अहमदाबाद भाजपा इकाई के सचिव बने


1989 में अमित शाह को भाजपा की अहमदाबाद इकाई का सचिव नियुक्त किया गया। उस समय राम जन्मभूमि आंदोलन जोर पकड़ रहा था, और शाह ने इस आंदोलन में पार्टी की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के चुनाव प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी अमित शाह ने संभाली।


नरेंद्र मोदी से हुई पहली मुलाकात


90 के दशक में भाजपा का संगठन तेजी से मजबूत हो रहा था। इसी दौरान नरेंद्र मोदी भाजपा के संगठन सचिव थे, और यहीं से दोनों के बीच राजनीतिक साझेदारी की शुरुआत हुई। शाह ने मोदी के साथ मिलकर भाजपा के सदस्यता अभियान को व्यापक बनाया।


राजनीतिक करियर की ऊँचाइयाँ

2002 से 2013 तक बढ़ती जिम्मेदारियां


2002 के गुजरात विधानसभा चुनाव में अमित शाह को गौरव यात्रा का महत्वपूर्ण दायित्व मिला। भाजपा ने भारी जीत दर्ज की और शाह राज्य सरकार में मंत्री बने। वे 2010 तक गृह, कानून, परिवहन, मद्यनिषेध और संसदीय कार्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे।


2014 में बदली भारतीय राजनीति की दिशा


2014 के लोकसभा चुनावों में अमित शाह को भाजपा ने उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया। उनकी रणनीति ने भाजपा को यूपी से 73 सीटें दिलाईं। इस जीत ने उन्हें भारतीय राजनीति का चाणक्य बना दिया। इसी वर्ष उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।


गृह मंत्री के रूप में कार्यकाल

2019 में बने देश के गृह मंत्री


2019 में अमित शाह ने गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और 5 लाख 57 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की। मोदी सरकार ने उन्हें गृह मंत्री बनाया। गृह मंत्री के रूप में उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए और देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत किया।