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अमेरिका-ईरान तनाव: ट्रंप ने हमले को बताया 'बुल्सआई स्ट्राइक', ईरान ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने एक नया मोड़ लिया है जब अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बमबारी की। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे 'बुल्सआई स्ट्राइक' करार दिया, जबकि ईरान ने इसे युद्ध जैसी कार्रवाई बताया है। ईरान के नेता खामेनेई ने अमेरिका और इज़राइल के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है। इस बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति पर चिंता जताई है। जानें इस जटिल स्थिति के सभी पहलू।
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अमेरिका-ईरान तनाव: ट्रंप ने हमले को बताया 'बुल्सआई स्ट्राइक', ईरान ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ता तनाव

अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अब अपने चरम पर पहुँच चुका है। हाल ही में, अमेरिका ने ईरान के तीन महत्वपूर्ण परमाणु स्थलों - फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बड़े पैमाने पर बमबारी की। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को 'बुल्सआई स्ट्राइक' करार देते हुए कहा कि ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को 'पूर्ण रूप से नष्ट' कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि यह हमला केवल सतह पर नहीं, बल्कि जमीन के गहरे हिस्सों तक प्रभाव डालने वाला था.


ट्रंप का बयान

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, 'ईरान के सभी न्यूक्लियर साइट्स को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया है, जैसा कि सैटेलाइट इमेज से स्पष्ट है। 'Obliteration' शब्द पूरी तरह सही है! फोर्दो की संरचना चट्टानों के भीतर स्थित है और उसकी छत जमीन के नीचे है, फिर भी वह पूरी तरह से तबाह हो गई। सबसे बड़ा नुकसान जमीन के नीचे हुआ। Bullseye!' उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी वायुसेना ने फोर्दो पर छह GBU-57 Massive Ordnance Penetrator (MOP) बम गिराए, जो गहरे बंकरों को नष्ट करने में सक्षम होते हैं.


पेंटागन का दावा

हमले के बाद, अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने वाशिंगटन डीसी में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को बर्बाद कर दिया है। यह एक बड़ी सैन्य सफलता है।' ट्रंप ने भी रविवार को ट्रुथ सोशल पर लिखा था कि 'हमने ईरान के तीन प्रमुख न्यूक्लियर ठिकानों - फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर सफलतापूर्वक हमला किया। सभी विमान सुरक्षित ईरान की हवाई सीमा से बाहर निकल चुके हैं। फोर्दो पर पूरा बमों का भंडार गिराया गया था। सभी विमान सुरक्षित लौट रहे हैं.'


ईरान की प्रतिक्रिया

ईरान ने अमेरिका के इस कदम को 'युद्ध जैसी कार्रवाई' बताया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि 'यह जायोनी दुश्मन (इजराइल) ने बड़ी गलती की है, बड़ा अपराध किया है। इसकी सज़ा दी जा रही है और दी जाती रहेगी.' ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इज़राइल की ओर दर्जनों मिसाइलें दागीं और इस हमले को अमेरिकी-इज़रायली गठबंधन की खुली चुनौती बताया.


ईरानी राष्ट्रपति का बयान

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेसेश्कियान ने कहा कि 'संयुक्त राज्य अमेरिका को इसका जवाब मिलेगा। ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमले 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद की सबसे गंभीर सैन्य कार्रवाई है। ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से आपात बैठक बुलाने की मांग की है और अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय संधियों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. ईरान के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत अमीर सईद इरावानी ने कहा कि अमेरिका और इज़राइल ने कूटनीति को खत्म कर दिया है। परमाणु अप्रसार संधि को राजनीतिक हथियार बना दिया गया है.


पीएम मोदी की चिंता

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति से फोन पर बात कर ताजा हालात पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की, क्योंकि इस टकराव से पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र की स्थिरता खतरे में पड़ सकती है.