अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में किसानों के समर्थन में उठाई आवाज

किसानों की गिरफ्तारी पर केजरीवाल की कड़ी प्रतिक्रिया
अरविंद केजरीवाल: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में भाजपा सरकार द्वारा किसानों की आवाज उठाने वाले पार्टी के नेताओं प्रवीण राम और राजू करपड़ा की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भाजपा की 30 साल की सरकार ने दमन की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। किसानों के हक में आवाज उठाने के कारण गुरुवार को आम आदमी पार्टी के दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया। केजरीवाल ने भाजपा को याद दिलाया कि 1985 में कांग्रेस ने भी इसी तरह का अहंकार दिखाया था, जिसके परिणामस्वरूप किसानों ने आंदोलन किया और कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। अब भाजपा भी उसी रास्ते पर चल रही है।
किसानों की समस्याएं और उनकी मांगें
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के किसान बेहद दुखी हैं और अपने हक के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। हाल ही में बोटाद जिले के हड़दड़ गांव में किसानों ने दो प्रमुख मांगों को लेकर महापंचायत का आयोजन किया। पहली मांग 'करदा प्रथा' के खिलाफ थी, जिसमें व्यापारी किसानों से फसल के दाम कम करने के लिए दबाव डालते हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें अपनी फसल का सही मूल्य मिलना चाहिए।
व्यापारी किसानों के साथ करते हैं मनमानी
दूसरी मांग एपीएमसी की सरकारी मंडी से संबंधित है। कानून के अनुसार, जब किसान अपनी फसल लेकर मंडी में जाते हैं, तो व्यापारी उन्हें वहीं खरीदने के लिए बाध्य हैं। लेकिन व्यापारी ऐसा नहीं करते और किसानों को अपनी फसल को दूर स्थित गोदामों में ले जाने के लिए मजबूर करते हैं। किसान चाहते हैं कि उनकी फसल की खरीद मंडी में ही हो।
भाजपा सरकार की कार्रवाई पर केजरीवाल की चिंता
12 अक्टूबर को बोटाद में महापंचायत के दौरान भाजपा सरकार ने निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना में 85 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें कुछ पर हत्या के प्रयास का आरोप भी लगाया गया।
आम आदमी पार्टी का समर्थन
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा से किसानों के साथ खड़ी रही है और उनके आंदोलन का समर्थन करती है। उन्होंने गुजरात सरकार से मांग की कि किसानों की सभी मांगों को तुरंत पूरा किया जाए और उनके खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लिए जाएं।
किसानों से एकजुट होने की अपील
केजरीवाल ने गुजरात के किसानों से कहा कि जो कुछ 85 किसानों के साथ हुआ है, वह कल किसी के साथ भी हो सकता है। उन्होंने सभी किसानों से एकजुट होकर अपनी मांगें मनवाने की अपील की। उन्होंने भाजपा सरकार को चेतावनी दी कि अहंकार का अंत निश्चित है और गुजरात के लोग अब बदलाव के लिए तैयार हैं।