Newzfatafatlogo

अरुणाचल प्रदेश की एकमात्र महिला वोटर: चुनाव आयोग की अनूठी पहल

अरुणाचल प्रदेश के गांव मालोगाम की एकमात्र महिला वोटर सोक्तम बाम की कहानी ने चुनाव आयोग की अनूठी पहल को उजागर किया है। चुनाव आयोग की टीम दुर्गम पहाड़ी रास्तों से गुजरकर उनके वोट के लिए विशेष पोलिंग बूथ स्थापित करती है। यह कहानी न केवल एक वोट की अहमियत को दर्शाती है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है। जानें इस प्रेरणादायक कहानी के बारे में और कैसे यह गांव राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ।
 | 

महिला वोटर की कहानी

Voter Suktam Bam Story: भारतीय चुनाव आयोग की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने एक अद्वितीय महिला वोटर का उल्लेख किया, जो अरुणाचल प्रदेश के एक गांव की इकलौती मतदाता हैं। हर चुनाव में उनके वोट के लिए विशेष पोलिंग बूथ स्थापित किया जाता है। चुनाव आयोग की टीम दुर्गम पहाड़ी रास्तों से गुजरते हुए दो दिन की कठिन यात्रा करके उनके पास पहुंचती है, क्योंकि हर वोट की अहमियत होती है।


सोक्तम बाम: एक प्रेरणा

कौन हैं सोक्तम बाम?


जिन महिला वोटर का जिक्र किया गया, उनका नाम सोक्तम बाम है। वह अरुणाचल प्रदेश के मालोगाम गांव में निवास करती हैं और इस गांव की एकमात्र वोटर हैं। चुनाव आयोग की टीम उनके गांव तक पहुंचने के लिए कठिन रास्ते पार करती है। उनके घर से लगभग 4 किलोमीटर दूर जंगल में अस्थायी मतदान केंद्र स्थापित किया जाता है, जो भारत का सबसे छोटा पोलिंग बूथ है।


गांव मालोगाम का महत्व

गांव मालोगाम का स्थान


गांव मालोगाम अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले की ह्यूलियांग विधानसभा क्षेत्र में स्थित है। यह गांव अपनी एकमात्र महिला मतदाता सोक्तम बाम के कारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ है। यह गांव भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का प्रतीक है, जो दर्शाता है कि हर वोट की अहमियत है, चाहे वह एक ही क्यों न हो।


चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य

चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस


बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी के तहत चुनाव आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) करवा रहा है। इस पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं, जिसमें RJD और कांग्रेस शामिल हैं। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग BJP के साथ मिलकर वोटरों को उनके मताधिकार से वंचित करने का प्रयास कर रहा है। विपक्ष ने 65 लाख नामों को हटाने के आधार पर सवाल उठाए हैं।


कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने 17 अगस्त 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी।


वीडियो