Newzfatafatlogo

असदुद्दीन ओवैसी का नेतन्याहू पर तीखा हमला: मोदी की प्रशंसा पर उठाए सवाल

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर तीखा हमला किया है, उन्हें 'दुनिया का सबसे बड़ा गुंडा' करार देते हुए। ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतन्याहू की प्रशंसा पर सवाल उठाए और कहा कि यह भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कुलभूषण जाधव मामले का उदाहरण देते हुए मोदी की नीतियों की आलोचना की। इस बयान ने भारतीय राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है।
 | 
असदुद्दीन ओवैसी का नेतन्याहू पर तीखा हमला: मोदी की प्रशंसा पर उठाए सवाल

ओवैसी का कड़ा बयान


हैदराबाद के सांसद और AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ कड़ा बयान दिया है। एक जनसभा में उन्होंने नेतन्याहू को 'दुनिया का सबसे बड़ा गुंडा' बताया और कहा, 'अल्लाह उन्हें देख लेगा।' ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा कर रहे हैं, जिसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत ने वारंट जारी किया है।


मोदी की पोस्ट पर सवाल

ओवैसी ने पीएम मोदी की उस पोस्ट का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को गाज़ा शांति योजना की प्रगति पर बधाई दी थी और नेतन्याहू की नेतृत्व क्षमता की सराहना की थी। उन्होंने सवाल उठाया, 'नेतन्याहू ने अब तक 65 हजार लोगों की जान ली है, जिनमें 20 हजार बच्चे शामिल हैं। 12 लाख से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं, फिर भी भारत के प्रधानमंत्री उनकी तारीफ क्यों कर रहे हैं?'


अल्लाह की न्याय की उम्मीद

AIMIM प्रमुख ने कहा कि नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने भी कार्रवाई की है, फिर भी मोदी उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम इसकी निंदा करते हैं। अल्लाह देख लेगा नेतन्याहू को, इंशाअल्लाह।' ओवैसी ने यह भी कहा कि मोदी की यह प्रशंसा केवल राजनीति नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को भी प्रभावित करती है।


कुलभूषण जाधव का उदाहरण

अपने भाषण में ओवैसी ने कुलभूषण जाधव के मामले का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान ने कुलभूषण को मौत की सजा सुनाई थी, तब भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय अदालत गई थी और सज़ा को रुकवाया था। उसी अदालत ने नेतन्याहू के खिलाफ भी वारंट जारी किया है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री उनकी तारीफ कर रहे हैं।


मोदी की बातचीत का विवरण

प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात की। इस बातचीत में गाज़ा शांति समझौते और बंधकों की रिहाई पर हुई प्रगति का स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने गाज़ा के लोगों को मानवीय सहायता बढ़ाने पर सहमति जताई और कहा कि 'दुनिया में कहीं भी किसी भी रूप में आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है।' इसके अलावा, दोनों नेताओं ने व्यापार वार्ता में हुई प्रगति की समीक्षा की और करीबी संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई।


राजनीतिक हलचल

ओवैसी के इस बयान ने भारतीय राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है। विपक्षी दल इसे अंतरराष्ट्रीय मामलों में सरकार की कथनी और करनी में अंतर बता रहे हैं, जबकि भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी केवल शांति प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।