आंध्र प्रदेश SIT ने चुनावी हिंसा की जांच में आरोपों का किया खंडन
आंध्र प्रदेश में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने हेड कांस्टेबल के. वेंकट राव द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। SIT ने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से झूठे और बेबुनियाद हैं। टीम ने स्पष्ट किया कि वेंकट राव कभी भी उनकी जांच का हिस्सा नहीं थे और उनका तबादला सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा था। SIT ने अपनी जांच को निष्पक्ष और पेशेवर बताया है, बिना किसी राजनीतिक दबाव के।
Jun 18, 2025, 12:29 IST
| 
SIT का स्पष्टीकरण
आंध्र प्रदेश में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने हाल ही में अपने खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोपों का खंडन किया है। ये आरोप हेड कांस्टेबल के. वेंकट राव द्वारा लगाए गए थे, जिन्होंने कहा था कि SIT के प्रमुख विनीत बृजलाल ने उनका तबादला इसलिए किया क्योंकि उन्होंने टीडीपी नेताओं के खिलाफ 'झूठे मामले' दर्ज करने से मना कर दिया था। SIT ने इन आरोपों को 'पूरी तरह से झूठा, बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण' करार देते हुए खारिज कर दिया है।SIT ने एक आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि हेड कांस्टेबल वेंकट राव कभी भी जांच टीम का हिस्सा नहीं थे। वह नरसासरावपेट ग्रामीण पुलिस स्टेशन में तैनात एक स्थानीय पुलिसकर्मी थे। इसके अलावा, SIT ने बताया कि उनका तबादला एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया थी, जिसे स्थानीय पुलिस अधीक्षक (SP) ने किया था, और इसका SIT या उसके प्रमुख से कोई संबंध नहीं है। टीम का मानना है कि ये आरोप जांच को बाधित करने और 'अनुचित प्रचार' प्राप्त करने के लिए लगाए गए हैं। SIT ने यह भी कहा कि वह अपनी जांच को पूरी तरह से निष्पक्ष और पेशेवर तरीके से कर रही है और किसी भी राजनीतिक दबाव में नहीं है।