आगरा में कांग्रेस कार्यालय में महिला के साथ बलात्कार का मामला, आरोपी पर कार्रवाई की मांग

आगरा में महिला के साथ बलात्कार की घटना
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कांग्रेस कार्यालय में एक महिला के साथ बलात्कार का आरोप लगाया गया है। पीड़िता ने कांग्रेस नेता और वकील मोहम्मद जलालुद्दीन पर यह गंभीर आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि जलालुद्दीन ने उसे जबरन कलमा पढ़ने और रोजा रखने के लिए मजबूर किया। उसने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि 2019 में अपने भाई के साथ विवाद के कारण वह दीवानी कोर्ट जाती थी। वहीं, जलालुद्दीन ने उसे मदद का आश्वासन दिया और धीरे-धीरे उसके घर आने-जाने लगा। एक दिन जब महिला बीमार थी, तो जलालुद्दीन ने उसे दवा दिलाने के बहाने कांग्रेस कार्यालय ले जाकर बलात्कार किया।
पिस्तौल के बल पर दुष्कर्म
महिला ने अपनी दर्दनाक कहानी सुनाते हुए कहा कि सितंबर 2019 में जलालुद्दीन ने उसे दवा दिलाने के बहाने एमजी रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय बुलाया। वहां उसने पिस्तौल दिखाकर उसके साथ बलात्कार किया और बाद में धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया, तो वह उसे बदनाम कर देगा।
डर और समाज में बदनामी के डर से महिला ने अपने दिव्यांग पति को भी इस बारे में नहीं बताया। आरोपों के अनुसार, जलालुद्दीन ने उसके साथ लगातार दुष्कर्म किया और उसे धमकाता रहा। वह महिला के घर भी आने लगा और उस पर धर्म परिवर्तन, निकाह और कलमा पढ़ने का दबाव डालने लगा। यहां तक कि जब उसकी मां का निधन हुआ, तो जलालुद्दीन ने मौके का फायदा उठाकर उसके घर पर कब्जा कर लिया।
चाकू से हमला
महिला ने बताया कि 1 जनवरी 2025 को जलालुद्दीन ने उस पर चाकू से हमला करने की कोशिश की, जिसमें वह किसी तरह बच गई। इस घटना का वीडियो भी उसके पास है। डर के साए में जी रही महिला अपने दिव्यांग पति के साथ गुजरात चली गई, लेकिन वहां भी आरोपी ने उसे फोन पर धमकाना जारी रखा। अंततः, 2 जुलाई 2025 को उसने शाहगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन FIR नहीं लिखी गई। बाद में उसने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र दिया, जिसके बाद शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। शाहगंज थाना प्रभारी बिरेश पाल गिरि ने पुष्टि की है कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया