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आगरा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम स्थगित, 20,000 श्रद्धालुओं की भीड़

पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आगरा में आयोजित आशीर्वचन कार्यक्रम 20,000 श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण स्थगित कर दिया गया। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया। बाबा की आगामी 170 किलोमीटर की पदयात्रा की घोषणा ने भक्तों में नया उत्साह जगाया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और भक्तों की प्रतिक्रिया।
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आगरा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम स्थगित, 20,000 श्रद्धालुओं की भीड़

पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आगरा दौरा

Pandit Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार, 6 सितंबर को आगरा पहुंचे। उनके स्वागत के लिए राजदेवम क्षेत्र में एक भव्य आशीर्वचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। प्रशासन से इस कार्यक्रम के लिए विधिवत अनुमति प्राप्त की गई थी, और आयोजकों ने लगभग 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की थी। लेकिन, अचानक कार्यक्रम स्थल पर लगभग 20,000 श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके कारण प्रशासन को कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लेना पड़ा।


कार्यक्रम की योजना और स्थगन

बाबा धीरेंद्र शास्त्री सुबह 11:30 बजे आगरा पहुंचे और खंदारी क्षेत्र में स्थित पदम प्राइड अपार्टमेंट में आयोजक पुष्कल गुप्ता के निवास पर ठहरे। उनके अनुसार, वह दोपहर 1 बजे राजदेवम गार्डन में भक्तों को आशीर्वाद देने वाले थे और लगभग दो घंटे वहां रुकने वाले थे। लेकिन, भीड़ के बढ़ने के कारण प्रशासन ने दोपहर 12 बजे कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा की।


कार्यक्रम स्थगित होने का कारण

प्रशासन के अनुसार, यह आशीर्वचन कार्यक्रम पहले तारघर मैदान में आयोजित होने वाला था, लेकिन बारिश के कारण इसे राजदेवम गार्डन में स्थानांतरित किया गया। बाबा के आगमन की सूचना फैलते ही हजारों श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल पर एकत्र हो गए। आयोजकों ने 5,000 लोगों की व्यवस्था की थी, लेकिन लगभग 20,000 लोगों की भीड़ ने स्थिति को जटिल बना दिया। सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने अनुमति रद्द कर दी, जिसके चलते कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।


170 किलोमीटर की पदयात्रा की घोषणा

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आगरा दौरे के दौरान अपनी आगामी योजना की भी घोषणा की। वह 7 नवंबर 2025 से दिल्ली से वृंदावन तक 170 किलोमीटर लंबी “बागेश्वर बांके बिहारी मिलन, सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा 10 दिनों में पूरी होगी और 16 नवंबर को वृंदावन में समाप्त होगी। इस पदयात्रा की तैयारियों के लिए 1 सितंबर को वृंदावन में साधु-संतों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “भारत को तोड़ने की साजिशें चल रही हैं और विदेशी ताकतें इसमें सक्रिय हैं। सनातन पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं।” उन्होंने इस पदयात्रा को सनातन धर्म की एकता और शक्ति का प्रतीक बताया। यह यात्रा न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।


भक्तों में उत्साह, आयोजकों में निराशा

आगरा में कार्यक्रम स्थगित होने से भक्तों में निराशा देखी गई, लेकिन बाबा धीरेंद्र शास्त्री के प्रति उनकी आस्था अटूट रही। आयोजकों ने भविष्य में बेहतर व्यवस्था के साथ कार्यक्रम आयोजित करने का आश्वासन दिया है। बाबा की आगामी पदयात्रा की घोषणा ने श्रद्धालुओं में नया उत्साह जगाया है, और इसे लेकर देशभर में चर्चा शुरू हो गई है।