आम आदमी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन से दूरी बनाई, बिहार चुनाव की तैयारी

आप का विपक्षी गठबंधन से अलगाव
आम आदमी पार्टी (आप) ने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' से अपने संबंधों में कमी लाने का निर्णय लिया है। हाल ही में संसद के विशेष सत्र के लिए आयोजित बैठक में आप के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। बैठक के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने जानकारी दी कि आप की ओर से प्रधानमंत्री को एक अलग पत्र लिखा जाएगा, जिसमें विशेष सत्र की मांग की जाएगी। हालांकि, एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी यह स्पष्ट नहीं है कि आप ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजा या नहीं। इस बीच, लुधियाना पश्चिम सीट पर दोनों पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ जोरदार मुकाबला कर रही हैं।
आप ने इस मुद्दे पर किसी सहयोगी पार्टी जैसे राजद, कांग्रेस या वामपंथियों से कोई बातचीत नहीं की है। फिर भी, आम आदमी पार्टी ने 'बिहार में भी केजरीवाल' अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यदि विपक्षी गठबंधन में आप को शामिल किया जाता है, तो यह अच्छा होगा, अन्यथा पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। ध्यान देने योग्य बात यह है कि बिहार में आप का कोई मजबूत आधार नहीं है। पहले जो सामाजिक कार्यकर्ता और नेता आप से जुड़े थे, वे अब पार्टी छोड़ चुके हैं। कुछ लोग प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज से जुड़ गए हैं। इस स्थिति में, आप के लिए बिहार में कोई संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं। एक संभावना यह भी है कि केजरीवाल बिहार में प्रशांत किशोर से मिल सकते हैं, लेकिन प्रशांत फिलहाल किसी भी तालमेल के बारे में विचार नहीं कर रहे हैं।