आरबीआई की रेपो दर में कटौती से भारतीय शेयर बाजार में तेजी
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा हाल ही में रेपो दर में कटौती ने शेयर बाजार में नई ऊर्जा भर दी है। इस नीतिगत बदलाव के बाद, प्रमुख सूचकांकों में तेजी आई है, जिससे निवेशकों के बीच सकारात्मक भावना का संचार हुआ है। जानें कि यह कदम कैसे अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है और बाजार में क्या संभावनाएं हैं।
| Jun 9, 2025, 12:54 IST
भारतीय शेयर बाजार में नई ऊर्जा
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में रेपो दर में कटौती की है, जिससे भारतीय शेयर बाजार में नई जान आ गई है। इस नीतिगत बदलाव के बाद, प्रमुख सूचकांकों में तेजी आई है और वे अब नए ऐतिहासिक उच्चतम स्तरों की ओर बढ़ रहे हैं।रेपो दर वह दर है जिस पर वाणिज्यिक बैंक आरबीआई से उधार लेते हैं। जब आरबीआई इसे घटाता है, तो बैंकों के लिए उधारी सस्ती हो जाती है। इससे उम्मीद की जाती है कि बैंक भी ग्राहकों के लिए ब्याज दरें कम करेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था में निवेश और खपत को बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई का यह कदम निवेशकों के बीच सकारात्मक भावना पैदा कर रहा है। सस्ते कर्ज की उम्मीद से कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि की संभावना बनती है, जो शेयरों की कीमतों के लिए एक अच्छा संकेत है। इसीलिए, इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में खरीदारी का दौर शुरू हुआ और प्रमुख सूचकांकों ने तेजी पकड़ी।
वर्तमान में, बाजार में उत्साह का माहौल है और बेंचमार्क सूचकांक अपने पिछले रिकॉर्ड स्तरों को पार करने के करीब हैं। यह तेजी दर्शाती है कि बाजार आरबीआई के इस कदम को अर्थव्यवस्था के लिए एक बूस्टर डोज के रूप में देख रहा है और भविष्य के प्रति आशावादी है।
