इंदौर में प्रेम कहानी और हत्या का रहस्य: सोनम और राज का जुड़ाव

मध्य प्रदेश की प्रेम कहानी
मध्य प्रदेश समाचार: इंदौर की सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा की प्रेम कहानी एक कारखाने से शुरू हुई। यह कारखाना सोनम के भाई गोविंद के नाम पर रजिस्टर्ड है, जहां राज कुशवाहा काम करता था। दोनों ने मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम भी दिया। हत्या के बाद, राज ने सोनम को कारखाने से कुछ दूरी पर ठहराया, लेकिन जब मामला मीडिया में आया, तो उसे यूपी भेज दिया गया।
कारखाने की जांच
सोनम के भाई का कारखाना
एक मीडिया रिपोर्टर ने कारखाने की जांच की, जिसमें पता चला कि कारखाने के बाहर फर्म का नाम और जीएसटी नंबर लिखा है। यह गोदाम सोनम के पिता का है और जीएसटी नंबर गोविंद के नाम पर रजिस्टर्ड है। स्थानीय लोगों ने बताया कि राज यहां काम करता था और 23 मई को, यानी राजा की हत्या के दिन, वह कारखाने में मौजूद था। 30 मई को भी राज को यहां देखा गया।
राजा की हत्या के बाद का घटनाक्रम
राजा के मर्डर के बाद सोनम को छुपाया गया
जांच में यह भी सामने आया कि राजा की हत्या के बाद, राज ने सोनम को कारखाने से लगभग 3 किलोमीटर दूर देवास नाका के हीराबाग कॉलोनी में एक लग्जरी फ्लैट में छुपा रखा था। राज और सोनम ने इस स्थान को इसलिए चुना क्योंकि वे इस क्षेत्र को अच्छी तरह से जानते थे। राजा की हत्या का मामला मीडिया में ज्यादा उछलने के कारण, राज ने किसी तरह सोनम को यूपी भेज दिया। इस काम में अन्य सहयोगियों ने भी मदद की।
सोनम और राज का नजदीकी रिश्ता
इस तरह सोनम और राज आए करीब
स्थानीय लोगों के अनुसार, गोविंद के इस गोदाम में माईका का लैमिनेट बनता था और सोनम रघुवंशी भी यहां काम करती थी। सोनम की जिम्मेदारी सभी कर्मचारियों की तनख्वाह और बिजनेस को संभालने की थी। कारखाने में लगभग 15 लोग काम करते थे, और राज कुशवाहा यहां बिलिंग और सोनम के छोटे-मोटे काम करता था। इसी दौरान, राज और सोनम के बीच प्यार हो गया और उन्हें कई बार एक साथ घूमते देखा गया।