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इजराइल द्वारा कतर पर हवाई हमले का विवाद: हमास के नेताओं को निशाना बनाया गया

इजराइल ने कतर पर हवाई हमले किए, जिसमें हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाया गया। इस हमले के पीछे इजराइल का तर्क है कि यह हमास के हालिया हमलों का जवाब है। कतर ने इसे 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' करार दिया है। जानें इस हमले की टाइमिंग और इसके राजनीतिक प्रभावों के बारे में।
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इजराइल द्वारा कतर पर हवाई हमले का विवाद: हमास के नेताओं को निशाना बनाया गया

इजराइल का हवाई हमला

इजराइल कतर हवाई हमले: इजराइल और हमास के बीच बढ़ते तनाव के चलते मंगलवार को इजराइल ने कतर पर हवाई हमले किए। इजराइल का कहना है कि यह कार्रवाई हमास के वरिष्ठ नेताओं को लक्षित करने के लिए की गई थी। हालांकि, इस ऑपरेशन में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद की भागीदारी नहीं थी। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, मोसाद ने कतर में हमास अधिकारियों की हत्या की योजना को अस्वीकार कर दिया था।


मोसाद का विरोध

रिपोर्ट के अनुसार, मोसाद के प्रमुख डेविड बारनेआ ने इस योजना का विरोध किया, क्योंकि उनका मानना था कि इससे कतर के साथ संबंधों को नुकसान हो सकता है। कतर लंबे समय से हमास को शरण देता आ रहा है और युद्धविराम वार्ताओं में मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है।


हमास का बयान

फिलिस्तीनी संगठन का दावा

हमास ने कहा कि इजराइली हमले में उसका शीर्ष नेतृत्व सुरक्षित रहा, लेकिन कई परिजन, सहयोगी और एक कतर अधिकारी मारे गए। कतर ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' और मध्यस्थता प्रक्रिया के साथ विश्वासघात करार दिया।


हमले की समय सीमा पर विवाद

हमले की टाइमिंग का विरोध

विश्लेषकों का मानना है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम वार्ताओं में धैर्य खो दिया है। हालांकि, इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जामिर ने भी इस हमले की समय सीमा पर आपत्ति जताई। वहीं, रणनीतिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर और रक्षा मंत्री इस्राइल कैट्ज़ ने नेतन्याहू का समर्थन किया। बताया गया है कि बंधक वार्ता के प्रभारी वरिष्ठ अधिकारी नित्जन अलोन को बैठक से दूर रखा गया ताकि कोई विरोध न हो।


हमास नेताओं को निशाना बनाना

हमास नेताओं को बनाया निशाना

मोसाद का मानना है कि भविष्य में भी हमास नेताओं को निशाना बनाया जा सकता है। एक इजराइली अधिकारी ने कहा, 'हम उन्हें एक साल, दो साल या चार साल बाद भी पकड़ सकते हैं। मोसाद जानता है कि कैसे करना है। सवाल यह है कि अभी क्यों करना था?' नेतन्याहू ने इस हमले का बचाव करते हुए कहा कि यह उस दुर्लभ मौके पर किया गया जब हमास नेता एक ही स्थान पर मौजूद थे। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में यरुशलम और गाजा में हुए हमास हमलों में चार इजराइली सैनिक मारे गए थे और यह हमला उसका जवाब है।


कतर पर आरोप

आतंकियों को शरण देने का आरोप

नेतन्याहू ने कतर पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाया और कहा कि कतर का रवैया अमेरिका पर 9/11 हमले जैसा है। उन्होंने कहा, 'मैं कतर और उन सभी देशों से कहता हूं जो आतंकियों को शरण देते हैं, या तो उन्हें बाहर निकालो या न्याय के कटघरे में लाओ। अगर नहीं, तो हम ऐसा करेंगे।' इस पर अमेरिका के राष्ट्रपति ने भी असंतोष व्यक्त किया और कहा कि वह इस ऑपरेशन के 'हर पहलू' से बेहद नाखुश हैं।