इजरायल की वेस्ट बैंक में बंटवारे की योजना: फलस्तीन राष्ट्र की संभावना पर खतरा

वेस्ट बैंक का बंटवारा
नई दिल्ली। इजरायल की सरकार में शामिल एक अति दक्षिणपंथी दल के मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच ने घोषणा की है कि फलस्तीनी बहुल वेस्ट बैंक का जल्द ही विभाजन किया जाएगा। इस क्षेत्र में यहूदी बस्तियों की स्थापना की योजना लंबे समय से चल रही है। यदि यह योजना लागू होती है, तो फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना की संभावनाएं समाप्त हो जाएंगी। इस योजना के तहत पूर्वी यरुशलम को फलस्तीनी क्षेत्रों से अलग किया जाएगा, जिससे स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना की संभावना हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी।
स्मोट्रिच का बयान
वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने कहा कि वेस्ट बैंक के बंटवारे की योजना को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है। दूसरी ओर, फलस्तीनी प्राधिकार और अन्य संगठनों ने इस योजना की कड़ी आलोचना की है, यह कहते हुए कि इस तरह के बंटवारे से शांति की कोई योजना लागू नहीं हो सकेगी।
यहूदियों के लिए आवास निर्माण
यहूदियों के लिए 3,401 मकान बनाए जाने की योजना
वेस्ट बैंक में यहूदियों के लिए 3,401 नए मकान बनाने की योजना है। फलस्तीनी आबादी के बीच यहूदी बस्तियों के निर्माण से वेस्ट बैंक में जनसंख्या का संतुलन बदल रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इन बस्तियों को अवैध माना है और इजरायल के कब्जे को नाजायज करार दिया है, लेकिन इजरायल इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
अरब देशों की प्रतिक्रिया
अरब देशों ने की इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की निंदा
अरब लीग ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने ग्रेटर इजरायल के गठन का उल्लेख किया है। इस ग्रेटर इजरायल में कई पड़ोसी अरब देशों के हिस्से शामिल हैं। अरब लीग ने इसे अरब देशों की संप्रभुता पर हमला बताया है, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता पर खतरा मंडरा रहा है। मिस्त्र ने भी इस तरह की योजनाओं को क्षेत्रीय शांति के लिए खतरनाक बताया है।
हमास पर यूएन का निर्णय
हमास काली सूची में शामिल, इजरायल ने किया स्वागत
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने यूएन के उस निर्णय का स्वागत किया है, जिसमें हमास को सशस्त्र संघर्षों में यौन अपराध करने वाले समूहों की 'काली सूची' में शामिल किया गया है। मंत्रालय ने इसे 7 अक्टूबर के बाद किए गए अत्याचारों की मान्यता बताया है। मंत्रालय ने कहा कि हमास के आतंकियों ने मानवता के खिलाफ कुछ सबसे भयानक यौन अपराध किए हैं, और यूएन ने इस तथ्य को आधिकारिक रूप से मान्यता दी है।