इजरायल में ग्रेटा थुनबर्ग के साथ दुर्व्यवहार के आरोप: अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं की कहानी
इजरायल में हिरासत में लिए गए अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं ने स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग के साथ दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि थुनबर्ग को इजरायली झंडा पहनने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें पीटा गया। तुर्की पहुंचे कार्यकर्ताओं ने अपनी हिरासत के दौरान अमानवीय व्यवहार की जानकारी दी। इजरायल ने इन आरोपों को खारिज किया है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना की निंदा की है। जानें इस मामले में और क्या हुआ।
Oct 5, 2025, 12:35 IST
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इजरायल में हिरासत के दौरान दुर्व्यवहार के आरोप
गाजा में सहायता पहुंचाने के प्रयास में शामिल अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं ने इजरायल द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग के साथ दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि थुनबर्ग को इजरायली झंडा पहनने के लिए मजबूर किया गया, उन्हें पीटा गया और बालों से खींचा गया।
शनिवार को तुर्की पहुंचे लगभग 137 निर्वासित कार्यकर्ताओं ने अपनी हिरासत के दौरान हुए अमानवीय व्यवहार की जानकारी साझा की।
थुनबर्ग के साथ दुर्व्यवहार के आरोप
मलेशियाई नागरिक हजवानी हेल्मी और अमेरिकी नागरिक विंडफील्ड बीवर ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने थुनबर्ग के साथ दुर्व्यवहार होते देखा।
हेल्मी और बीवर ने कहा कि थुनबर्ग को धक्का दिया गया और उन्हें इजरायली झंडा पहनने के लिए मजबूर किया गया।
तुर्की के कार्यकर्ता एर्सिनसेलिक ने अनादोलु समाचार एजेंसी को बताया कि सुरक्षा बलों ने थुनबर्ग को उनके बालों से खींचा, पीटा और उन्हें 'इजरायली झंडा चूमने के लिए मजबूर' किया। एर्सिनसेलिक ने कहा कि 'दूसरों के लिए चेतावनी के तौर पर उसके साथ हर संभव व्यवहार किया गया।'
स्वीडिश विदेश मंत्रालय ने थुनबर्ग के करीबी लोगों को बताया कि एक अधिकारी ने उनसे जेल में मुलाकात की थी। अधिकारी के अनुसार, थुनबर्ग ने निर्जलीकरण, अपर्याप्त भोजन और पानी मिलने की शिकायत की थी।
अन्य कार्यकर्ताओं का अनुभव
हिरासत में लिए गए अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इजरायली बलों पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया।
28 वर्षीय हेल्मी ने कहा, 'यह एक त्रासदी थी। उन्होंने हमारे साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया।' उन्होंने आरोप लगाया कि बंदियों को साफ खाना या पानी नहीं दिया गया।
43 वर्षीय बीवर ने कहा कि थुनबर्ग के साथ 'बुरा व्यवहार' किया गया और उन्हें 'प्रचार के तौर पर इस्तेमाल' किया गया।
इजरायली समूह अदाला के अनुसार, कुछ बंदियों को वकीलों, पानी, दवाओं और शौचालयों तक पहुंच से वंचित रखा गया।
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल ने इन आरोपों को खारिज किया है। विदेश मंत्रालय ने बंदियों के साथ दुर्व्यवहार की खबरों को 'पूरी तरह झूठ' बताया।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी कार्यकर्ता 'सुरक्षित और अच्छे स्वास्थ्य में' हैं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इजरायल की सेना ने गाजा में सहायता ले जा रहे एक बेड़े की लगभग 40 नावों को रोक लिया था, जिसके बाद उसे अंतर्राष्ट्रीय निंदा का सामना करना पड़ा है।
इटली के विदेश मंत्री ने कहा कि तुर्की एयरलाइंस के विमान में 26 इतालवी नागरिक सवार थे, जबकि 15 अन्य अभी भी इजरायल में हैं।