इमरान खान के सहयोगियों को 10 साल की सजा, पाकिस्तान में राजनीतिक संकट गहराया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के सात नेताओं को 2023 के दंगों के मामलों में 10 साल की सजा सुनाई गई है। लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने इन नेताओं को दंगों में संलिप्तता के लिए सजा दी है। इस फैसले के बाद राजनीतिक स्थिति और भी जटिल हो गई है, क्योंकि खान पहले से ही कई मामलों में जेल में हैं। PTI ने इस फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है और उच्च न्यायालय में चुनौती देने का निर्णय लिया है।
Jul 23, 2025, 10:55 IST
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के सहयोगियों को सजा
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), के सात प्रमुख नेताओं को 2023 के दंगों से संबंधित मामलों में 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने सीनेटर एजाज चौधरी, पूर्व गवर्नर सरफराज चीमा, पूर्व प्रांतीय मंत्रियों यास्मीन राशिद और महमूदुर राशिद, और शहबाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले वकील अज़ीम पाहट को 9 मई, 2023 को शारपाओ ब्रिज पर हुई हिंसा के मामले में 10-10 साल की सजा दी है।
सजा का विवरण और राजनीतिक प्रतिक्रिया
एक अदालत के अधिकारी ने बताया कि लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने इन नेताओं को 10 साल की सजा सुनाई है। ये सभी नेता 9 मई को हुई हिंसा के सिलसिले में आतंकवाद के आरोपों का सामना कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन नेताओं को अन्य मामलों में भी दोषी ठहराया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त, लाहौर की एक अन्य अदालत ने दंगों में शामिल होने के लिए PTI के आठ सदस्यों को भी 10 साल की सजा सुनाई। जिनमें पूर्व गवर्नर उमर सरफराज चीमा और पूर्व मंत्री यास्मीन राशिद शामिल हैं। हालांकि, पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पांच अन्य को बरी कर दिया गया।
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद की स्थिति
खान की गिरफ्तारी के बाद, पार्टी के कई नेताओं और हजारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। खान अगस्त 2023 से विभिन्न मामलों में जेल में हैं। संघीय सरकार ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है, जबकि PTI के नेता इसे पारदर्शिता की कमी और कानूनी प्रक्रियाओं के उल्लंघन के रूप में देख रहे हैं।
PTI की अपील और राजनीतिक स्थिति
PTI के प्रवक्ता सैयद जुल्फिकार बुखारी ने कहा कि अभियोजन पक्ष में प्रक्रियात्मक अनियमितताएँ और चयनात्मक न्याय का एक पैटर्न है। उन्होंने इन मामलों को राजनीतिक तमाशा करार दिया। खान की पार्टी ने इन फैसलों को उच्च न्यायालय में चुनौती देने का निर्णय लिया है।
पिछले साल, संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने खान की नज़रबंदी को कानूनी आधारहीन बताया था, यह कहते हुए कि इसका उद्देश्य उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना था।
फैसले के संभावित प्रभाव
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। इमरान खान पहले से ही कई मामलों में जेल में हैं, और पार्टी पर लगातार दबाव बना हुआ है। इन नेताओं को सजा सुनाए जाने से PTI को बड़ा झटका लगा है। PTI ने अदालत के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है और अपील करने की योजना बनाई है।