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ईरान-इज़राइल संघर्ष में सईद इज़ादी की मौत: एक महत्वपूर्ण मोड़

ईरान-इज़राइल युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है जब इज़रायली रक्षा बलों ने सईद इज़ादी को मार गिराया। इज़ादी, जो IRGC कुद्स फोर्स के फिलिस्तीन कोर के प्रमुख थे, ने इज़राइल पर हमलों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी हत्या से मध्य पूर्व में सुरक्षा की स्थिति में बदलाव आ सकता है। जानें इस संघर्ष के पीछे की कहानी और इसके संभावित प्रभाव।
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ईरान-इज़राइल संघर्ष में सईद इज़ादी की मौत: एक महत्वपूर्ण मोड़

ईरान-इज़राइल युद्ध की बढ़ती तीव्रता

ईरान-इज़राइल युद्ध: ईरान और इज़राइल के बीच का संघर्ष तेजी से बढ़ता जा रहा है। इज़रायली रक्षा बल (IDF) ने शनिवार, 21 जून, 2025 को घोषणा की कि उन्होंने ईरान में एक हवाई हमले में सईद इज़ादी को मार गिराया है। इज़ादी, जो IRGC कुद्स फोर्स के फिलिस्तीन कोर के प्रमुख थे, इस हमले में प्रमुख लक्ष्य थे।


सईद इज़ादी की भूमिका

सईद इज़ादी 7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल पर हमास के हमलों में शामिल महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक थे। IDF के अनुसार, इज़ादी ने हमास को इज़राइल पर हमले के लिए वित्तीय और सैन्य सहायता प्रदान की थी।


इज़ादी का ठिकाना

इज़ादी ईरान के क़ोम शहर में छिपा हुआ था

इज़ादी क़ोम में एक सुरक्षित स्थान पर रह रहा था, जिसे लंबे समय तक खुफिया प्रयासों के बाद खोजा गया। कुद्स फोर्स में फिलिस्तीन कोर कमांडर के रूप में, इज़ादी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर और प्रमुख हमास नेताओं के बीच समन्वय का कार्य करता था।


सईद इज़ादी की पहचान

सईद इज़ादी कौन थे?

इज़ादी ने ईरान से आतंकवादी गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त करने में मदद की थी। वह गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठनों के साथ सीधे संपर्क में थे। इज़ादी युद्ध के दौरान लेबनान में हमास के लड़ाकों का मार्गदर्शन करते थे और उनकी सैन्य शाखा के पुनर्निर्माण के लिए जिम्मेदार थे।


मध्य पूर्व में सुरक्षा की नई स्थिति

‘मध्य पूर्व में अब कोई शरण शहर नहीं है’

IDF के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर ने कहा कि इज़ादी की मौत से मध्य पूर्व में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इज़ादी 7 अक्टूबर के नरसंहार की योजना बनाने में शामिल थे और उनके हाथों पर हजारों लोगों का खून है।