ईरान का अमेरिका पर हमला: पाकिस्तान में बढ़ी चिंता

ईरान का पलटवार
ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर एक बड़ा हमला किया है। अमेरिकी हमलों का जवाब देते हुए, ईरान ने 36 घंटों के भीतर सीरिया में अमेरिकी सेना के बेस को निशाना बनाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान समर्थित लड़ाकों ने इस हमले को अंजाम दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान अब पाकिस्तान में भी अमेरिकी संपत्तियों को निशाना बना सकता है। इस संभावित खतरे के चलते पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई। ईरान ने पहले ही चेतावनी दी थी कि जो भी अमेरिका की सहायता करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान में बढ़ी चिंता
ईरान का यह बयान तब आया जब मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अमेरिका के बी2 बॉम्बर्स ने ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट करने के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस का उपयोग किया। इसके बाद पाकिस्तान में ईरान के राजदूत रेजा अमिरी मोगादम ने कहा कि उनका देश इस क्षेत्र में अमेरिकी सुविधाओं और हितों को निशाना बना सकता है। इसका अर्थ है कि पाकिस्तान भी ईरान के संभावित लक्ष्यों में शामिल हो सकता है।
इजराइल पर ईरान का हमला
इजराइल के बीरशेबा शहर में ईरान के एक मिसाइल हमले के परिणामस्वरूप चार शव बरामद किए गए हैं। आपात सेवा अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने दक्षिणी इजराइल के इस बड़े शहर को सीधे निशाना बनाकर हमला किया। कुछ दिन पहले इसी शहर के अस्पताल को भी भारी नुकसान हुआ था। खोज और बचाव दल ने चार शवों को बरामद किया है और अन्य लोगों की तलाश जारी है। इजराइल की सेना ने ईरान के मिसाइल हमलों के प्रति नागरिकों को सतर्क किया है।
संघर्षविराम की घोषणा
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि इजराइल और ईरान ने पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति जताई है। लेकिन दोनों देशों ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इजराइल पर हुए ये हमले ईरान के स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे के बाद हुए, और इस दौरान ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि यदि इजराइल हवाई हमले बंद कर दे, तो ईरान भी ऐसा ही करेगा।