उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज

उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति
उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष 2025: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर गतिविधियाँ बढ़ गई हैं। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय महत्वपूर्ण माना जा रहा है, विशेषकर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिले झटके के बाद इसे संगठनात्मक सुधार का एक अवसर माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी की राज्य इकाई ने छह नेताओं के नामों की एक सूची राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजी है। इस सूची में दो ब्राह्मण, दो अन्य पिछड़ा वर्ग और दो दलित समुदाय से संबंधित नेता शामिल हैं। सभी छह उम्मीदवार पुरुष हैं और इनमें से एक का नाम जल्द ही पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश के नए अध्यक्ष के रूप में घोषित किया जा सकता है। वर्तमान में यह पद पश्चिमी यूपी के जाट नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी के पास है।
संभावित नामों में ये प्रमुख नेता शामिल हैं:
ब्राह्मण वर्ग से:
दिनेश शर्मा – पूर्व उपमुख्यमंत्री, जिनकी छवि साफ है और शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी मजबूत है, आरएसएस और शीर्ष नेतृत्व का विश्वास प्राप्त है।
हरीश द्विवेदी – पूर्व सांसद, युवा और ऊर्जावान, जो राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
ओबीसी वर्ग से:
धर्मपाल सिंह – वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री, जिनका लंबा प्रशासनिक अनुभव है और लोध समुदाय में उनकी गहरी पकड़ है।
बीएल वर्मा – केंद्रीय राज्य मंत्री, अनुशासित और संगठन में गहरी पकड़ रखने वाले, RSS से गहरा जुड़ाव।
दलित वर्ग से:
राम शंकर कठेरिया – पूर्व केंद्रीय मंत्री और एससी आयोग के चेयरमैन, तेज-तर्रार वक्ता और दलित हिंदुत्व की मिलीजुली छवि।
विद्यासागर सोनकर – वर्तमान एमएलसी, पूर्वांचल में पकड़ रखने वाले और संगठन के प्रति निष्ठावान।
नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, “हमने केंद्र को उपयुक्त नाम सुझा दिए हैं, अब निर्णय उनके हाथ में है। इसलिए नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा जल्द ही हो सकती है।”
राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फैसला
भाजपा पहले ही देश भर के 37 में से 25 से अधिक संगठनात्मक इकाइयों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर चुकी है और अब उत्तर प्रदेश के साथ-साथ नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी निर्णय लिया जाना बाकी है।