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उत्तर प्रदेश में कथावाचक विवाद: बीजेपी और सपा के बीच तकरार

उत्तर प्रदेश में कथावाचक पंकज उपाध्याय के विवाद ने बीजेपी और सपा के बीच एक बार फिर से टकराव को जन्म दिया है। इटावा के एक गांव में कथावाचक पर महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया गया, जिसके बाद उनकी पिटाई की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दोनों राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, जिससे जातीय उन्माद की बहस को और बल मिला है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
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उत्तर प्रदेश में कथावाचक विवाद: बीजेपी और सपा के बीच तकरार

राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप

उत्तर प्रदेश में कथावाचक से जुड़े एक विवाद ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच फिर से टकराव पैदा कर दिया है। हाल ही में इटावा के एक यादव बहुल गांव में एक ब्राह्मण कथावाचक पर महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद उनकी पिटाई की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिससे यादव बनाम ब्राह्मण की बहस को और बल मिला है।


वायरल वीडियो की कहानी

यह घटना इटावा के दादरपुर की है, जो पांच दिन पहले हुई थी। कथावाचक पंकज उपाध्याय, जो फिरोजाबाद के निवासी हैं, को जसवंत नगर के जनकपुर गांव में भागवत कथा के लिए बुलाया गया था। गांव वालों का आरोप है कि पंकज उपाध्याय नशे में धुत होकर एक महिला के साथ चारपाई पर लेट गए। जब गांव वालों ने इसका विरोध किया, तो कथावाचक ने अभद्र व्यवहार किया, जिसके बाद उनकी पिटाई की गई।


कथावाचक की बीमारी का जिक्र

पंकज उपाध्याय का कहना है कि वह पिछले 10 वर्षों से मिर्गी की बीमारी से ग्रसित हैं और उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा है। घटना के दिन उन्हें अचानक मिर्गी का दौरा पड़ा, जिससे वह बेहोश हो गए। इस दौरान वह चारपाई पर गिर गए, जहां एक महिला लेटी हुई थी। गांव वालों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया, जबकि वह पहले भी इस गांव में कथा कर चुके थे।


बीजेपी और सपा के बीच आरोपों का सिलसिला

इस मामले पर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सपा जातीय उन्माद को बढ़ावा दे रही है। पार्टी का कहना है कि अखिलेश यादव इस घटना को यादव बनाम ब्राह्मण के रूप में पेश कर रहे हैं, जो उनकी साजिश का हिस्सा है। वहीं, सपा ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को निशाना बना रही है और पीडीए के परिवार को कमजोर करने के लिए नफरत फैला रही है।