उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने विशेषाधिकार समिति की भूमिका पर जोर दिया
विशेषाधिकार समिति का महत्व
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह समिति लोकतांत्रिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो विधायिका की गरिमा और अधिकारों की रक्षा करती है।
विशेषाधिकार समिति की पहली बैठक में बोलते हुए, उन्होंने स्पष्ट किया कि समिति को अपने कार्यों को संवैधानिक मर्यादा के अनुसार करना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की गलतफहमी या विवाद उत्पन्न न हो।
महाना ने समिति के सदस्यों से कहा कि समिति के कार्यों पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन सभी जनप्रतिनिधियों को अपने अधिकारों का उपयोग सीमित दायरे में करना चाहिए। लोकतंत्र में अधिकारों के साथ-साथ जिम्मेदारियों का भी महत्व है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति या संस्था को ऐसी भाषा या आचरण से बचना चाहिए, जिससे सदन की प्रतिष्ठा पर सवाल उठे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम सभी जनता के प्रति जवाबदेह हैं। जनता ने जिन अपेक्षाओं के साथ हमें चुना है, उन्हें पूरा करना हमारी प्राथमिकता है।
महाना ने कहा कि विशेषाधिकार समिति का उद्देश्य दंडित करना नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करना और व्यवस्था की गरिमा बनाए रखना है। उन्होंने सभी सदस्यों से संयम और मर्यादा के साथ कार्य करने की अपील की। बैठक के दौरान, समिति के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत अंग वस्त्र और पुष्पगुच्छ देकर किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप कुमार दुबे और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
