उत्तर भारत में कोहरे और शीतलहर से यातायात प्रभावित
सड़क और हवाई यातायात में बाधा
सड़क से लेकर हवाई यातायात तक सभी बाधित, शीत लहर ने छुड़ाई कंपकंपी
नई दिल्ली : उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है। घने कोहरे और शीतलहर ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, जम्मू मंडल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक घना कोहरा छाया रहा। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कई स्थानों पर घना कोहरा देखने को मिला, जिससे लोग ठंड से कांपते नजर आए।
मौसम की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने मंगलवार को भी इसी तरह के मौसम की संभावना जताई है और कई स्थानों पर शीत दिवस की चेतावनी जारी की है। मंगलवार को दिन के तापमान में सामान्य से 4-5 डिग्री की गिरावट की संभावना है। हिमालयी क्षेत्रों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण दिल्ली में 31 दिसंबर को बादल छाने और 1 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है। अगले तीन दिनों तक दिल्ली में घना कोहरा पड़ने की आशंका है।
यातायात पर प्रभाव
100 से अधिक ट्रेन, 600 उड़ानें प्रभावित
घने कोहरे का असर यातायात पर भी पड़ा है। भीषण कोहरे के कारण 600 उड़ानें प्रभावित हुईं और 100 से अधिक ट्रेनें लेट हुई हैं। इंडिगो ने सोमवार को खराब मौसम और ऑपरेशनल कारणों से 118 उड़ानें रद्द कीं। इनमें से छह उड़ानें ऑपरेशनल कारणों से रद्द की गईं, जबकि बाकी खराब मौसम के कारण कैंसिल हुईं।
दिल्ली हवाईअड्डे पर 128 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें आगमन और प्रस्थान की 64-64 उड़ानें शामिल थीं। लगभग 470 उड़ानें विलंबित हुईं, जिनमें प्रत्येक उड़ान के प्रस्थान में औसतन 24 मिनट की देरी हुई।
ट्रेनों की आवाजाही में बाधा
तेजस से लेकर राजधानी तक सभी ट्रेन लेट
साल के अंत में पड़ रहे घने कोहरे के कारण ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। तेजस से लेकर राजधानी एक्सप्रेस तक की ट्रेनें देर से चल रही हैं। यह देरी 16-16 घंटों तक हो रही है। आनंद विहार सैरंग राजधानी एक्सप्रेस 12.30 घंटे लेट चल रही थी। नई दिल्ली राजेंद्र नगर तेजस राजधानी एक्सप्रेस 15.30 घंटे, नई दिल्ली हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस 16 घंटे और नई दिल्ली सियालदह राजधानी 16 घंटे 30 मिनट की देरी से चल रही थीं।
संपूर्ण क्रांति, मगध एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल और अमृत भारत जैसी ट्रेनों का भी यही हाल है। 100 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। यात्रियों को सर्दी में परेशानी का सामना करना पड़ा।
