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उत्तराखंड में आपदा पर कांग्रेस अध्यक्ष का तीखा हमला

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धराली में आई आपदा पर सरकार की नाकामी को उजागर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री धामी मीडिया के जरिए स्थिति को नियंत्रित दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। माहरा ने लापता लोगों की संख्या को चिंताजनक बताया और राहत कार्यों की कमी पर सवाल उठाए। उन्होंने सरकार से तत्काल रेस्क्यू कार्य करने की मांग की है। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है।
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उत्तराखंड में आपदा पर कांग्रेस अध्यक्ष का तीखा हमला

आपदा के बीच करन माहरा का बयान

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धराली में आई आपदा पर एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने धामी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की जा रही है, वह वास्तविकता से परे है। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी, आप मीडिया के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि सब कुछ नियंत्रण में है, जबकि जमीनी स्थिति इसके विपरीत है।


लापता लोगों की संख्या चिंताजनक

उन्होंने बताया कि हाल ही में उनकी बातचीत बिहार के एक मजदूर से हुई, जिसने किसी तरह अपनी जान बचाई। उस मजदूर ने कहा, "मेरे 40 साथी अब तक लापता हैं।" यह सोचने वाली बात है कि यदि एक व्यक्ति के जानने वाले इतने लोग गायब हैं, तो कुल लापता लोगों की संख्या कितनी होगी?


सड़क पर फंसे लोग

सैकड़ों लोग अब भी सड़क मार्ग पर फंसे हैं


करन माहरा ने कहा कि उत्तरकाशी का एक स्थानीय युवक, जो कई दिनों से फंसा हुआ है, ने बताया कि उसे अब तक कोई राहत सामग्री नहीं मिली। वे भूखे-प्यासे और ठंड में खुले आसमान के नीचे इंतज़ार कर रहे हैं। सैकड़ों लोग अब भी सड़क पर फंसे हैं, न तो रेस्क्यू टीम पहुंची है और न ही खाने-पीने का कोई इंतज़ाम हुआ है। आप सोशल मीडिया पर हेलीकॉप्टर की तस्वीरें दिखा रहे हैं, लेकिन फिर भी सड़क पर इतनी भीड़ क्यों है?


सरकार की जिम्मेदारी

करन माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आपने मीडिया में राहत कार्यों का चित्रण कर जनता को आश्वस्त करने की कोशिश की, लेकिन जो लोग वहां हैं, वे इस सरकारी तस्वीर में खुद को नहीं देख पा रहे। आपका असली काम हर फंसे हुए व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना है। मैंने पहले भी कहा था और आज फिर कह रहा हूँ कि यदि आपकी सरकार सच में मदद करना चाहती है, तो तुरंत हेलीकॉप्टर किराए पर लीजिए और रेस्क्यू के लिए निजी संसाधनों का भी उपयोग कीजिए।


आपदा की राजनीति

ये मीटिंग्स किसी की जान नहीं बचा सकतीं...


करन माहरा ने आरोप लगाया कि ये तस्वीरें, वीडियो और मीटिंग्स किसी की जान नहीं बचा सकतीं। हर मिनट की देरी किसी परिवार को अपूरणीय क्षति पहुँचा रही है। मुख्यमंत्री जी, राजनीति और प्रचार के इस चक्र से बाहर निकलें, क्योंकि आपदा की राजनीति करना आसान है, लेकिन उस आपदा में मरने वालों की चीखें कभी भी राजनीति को माफ नहीं करतीं। मैं मांग करता हूँ कि धराली में फंसे हर व्यक्ति को तुरंत रेस्क्यू किया जाए, वरना इतिहास आपको उस मुख्यमंत्री के रूप में याद करेगा, जिसने आपदा में फोटो तो खिंचवाई, लेकिन अपने ही लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया।