उद्धव और राज ठाकरे का राजनीतिक गठबंधन, स्थानीय चुनावों में एक साथ उतरेंगे

महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़
महाराष्ट्र की राजनीति: महाराष्ट्र में राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है। संजय राउत ने पुष्टि की है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एकजुट होकर स्थानीय निकाय चुनावों में भाग लेंगे। उन्होंने मंगलवार को कहा कि उद्धव की शिवसेना और राज की मनसे मिलकर चुनाव लड़ेंगी। उनका दावा है कि यह एकता निश्चित रूप से होगी और दोनों दल सभी स्थानीय निकाय चुनावों में एक साथ उतरेंगे। यदि ऐसा होता है, तो महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
पिछले महीने की एकता का संकेत
उद्धव और राज ठाकरे जुलाई में एक साथ नजर आए थे। दोनों नेताओं ने महाराष्ट्र सरकार की त्रिभाषा नीति और हिंदी भाषा को 'थोपने' के खिलाफ एक संयुक्त रैली का आयोजन किया था। इसके बाद, निर्णय वापस लेने के बाद एक संयुक्त 'विजय' कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। इस घटना के बाद से दोनों के एक साथ आने की अटकलें तेज हो गई थीं।
साथ मिलकर चुनाव लड़ने की योजना
संजय राउत ने कहा कि दोनों परिवार एक साथ बैठकर चुनाव लड़ने पर चर्चा करेंगे। मुंबई और अन्य नगर निकायों के चुनाव आने वाले महीनों में होने वाले हैं। राउत ने बताया कि चचेरे भाइयों के बीच सुलह के बाद, उद्धव की शिवसेना और मनसे के कार्यकर्ताओं को विश्वास है कि वे मुंबई, पुणे, नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, ठाणे और कल्याण-डोंबिवली के नगर निकायों में बहुमत प्राप्त करेंगे। राज ठाकरे ने 2005 में अपने चचेरे भाई से मतभेद के कारण शिवसेना छोड़कर मनसे का गठन किया था।