उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान: भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ महाराष्ट्र में प्रदर्शन

राजनीति में उबाल: भारत-पाकिस्तान मैच पर विरोध
मुंबई। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर देश में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर इस मैच को लेकर हमलावर है। रविवार को होने वाले इस मैच के संदर्भ में, शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरे महाराष्ट्र में इस मैच के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि एशिया कप के इस मैच का बहिष्कार करना चाहिए। यह एक सही अवसर है, जब हम दुनिया को आतंकवाद के प्रति अपने दृष्टिकोण से अवगत करा सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, तो खून और क्रिकेट कैसे एक साथ हो सकते हैं। ठाकरे ने यह भी कहा कि युद्ध और क्रिकेट कभी एक साथ नहीं हो सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि देशभक्ति का व्यवसाय केवल पैसे के लिए किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि रविवार को शिवसेना यूबीटी की महिला कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगी और हर घर से पीएम मोदी को सिंदूर भेजेंगी।
आम आदमी पार्टी का विरोध: क्रिकेट और आतंक का संगम कैसे?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मोदी को पाकिस्तान के साथ मैच कराने की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस मैच के खिलाफ है, फिर भी इसे क्यों आयोजित किया जा रहा है? क्या यह ट्रम्प के दबाव में किया जा रहा है? आम आदमी पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में हमारी 26 बहनों का सिंदूर उजाड़ा गया। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारे देश के लोगों की हत्या की। सरकार ने कहा था कि हम ऑपरेशन सिंदूर चलाएंगे, ऐसे में हमारी क्रिकेट टीम आतंकियों के साथ कैसे खेल सकती है? उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कहती थी कि व्यापार और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते, तो क्रिकेट और आतंक कैसे चल सकता है?