उपराष्ट्रपति चुनाव: एनडीए प्रत्याशी की स्थिति मजबूत, मुकाबला तय

एनडीए के पास 781 में से 427 सांसद, जीत के लिए 391 सांसदों की जरूरत
उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी तेज
नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन अब तक एकमात्र नाम थे। पहले यह उम्मीद जताई जा रही थी कि उनका चुनाव सर्वसम्मति से होगा। लेकिन इंडिया ब्लॉक के कई दलों ने अपने उम्मीदवार खड़े करने का संकेत दिया। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बी सुदर्शन रेड्डी को विपक्ष का उम्मीदवार घोषित किया, जिससे मुकाबला स्पष्ट हो गया।
9 सितंबर को चुनाव की तारीख
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीख 9 सितंबर तय की गई है। एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अब यह देखना होगा कि क्या एनडीए का उम्मीदवार एकतरफा जीत हासिल करेगा या इंडिया गठबंधन से उसे चुनौती मिलेगी।
एनडीए की स्थिति मजबूत क्यों है
लोकसभा में कुल 543 सांसद हैं, जिनमें से एक सीट खाली है। राज्यसभा में 245 सीटें हैं, जिनमें से 6 खाली हैं। इस प्रकार, दोनों सदनों में कुल 781 निर्वाचित सदस्य हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए 391 सांसदों की आवश्यकता होगी। वर्तमान में एनडीए के पास 427 सांसदों का समर्थन है, जिसमें 293 लोकसभा और 134 राज्यसभा के हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन के पास 355 सांसद हैं। एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है, और इस चुनाव में व्हिप प्रभावी नहीं होगा, जिससे कुछ सांसद क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
एनडीए प्रत्याशी ने नामांकन भरा
सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया। वे वर्तमान में तमिलनाडु के राज्यपाल हैं और एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था। उनका मुकाबला बी सुदर्शन रेड्डी से होगा। नामांकन की प्रक्रिया आज और कल जारी रहेगी, और 25 अगस्त तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
बी सुदर्शन रेड्डी का नामांकन
विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी आज नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सभी विपक्षी दलों से एकजुट होकर रेड्डी की जीत के लिए प्रयास करने की अपील की।