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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: राजनीतिक हलचल और नए उम्मीदवार की चर्चा

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल मच गई है। उनके इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति के लिए संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा शुरू हो गई है। एनडीए गठबंधन जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है, जिसमें हरिवंश नारायण सिंह का नाम सबसे आगे है। क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस दौड़ में शामिल होंगे? जानें इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में।
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: राजनीतिक हलचल और नए उम्मीदवार की चर्चा

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम (21 जुलाई, 2025) को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे देश की राजनीति में हलचल मच गई। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उनके इस निर्णय ने सभी को चौंका दिया। स्वास्थ्य समस्याओं और चिकित्सकीय सलाह का हवाला देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। अब उनकी जगह नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, और एनडीए गठबंधन अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है।


धनखड़ के बाद कौन?

74 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने तीन साल तक राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य किया और अब दो साल से अधिक का कार्यकाल शेष रहते हुए इस्तीफा दे दिया है। अब इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर कौन बैठेगा, इसे लेकर राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं।


संभावित उम्मीदवार

भाजपा नीत एनडीए गठबंधन जल्द ही नए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। इस दौड़ में सबसे मजबूत नाम राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का माना जा रहा है। वह जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सांसद हैं और 2020 से उपसभापति के पद पर कार्यरत हैं। हरिवंश सिंह केंद्र सरकार के एक करीबी और भरोसेमंद चेहरे माने जाते हैं।


अन्य संभावित नाम

भाजपा किसी राज्य के वर्तमान राज्यपाल को भी उम्मीदवार बना सकती है, जैसे कि धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे हैं। इसके अलावा, किसी अनुभवी केंद्रीय मंत्री या पार्टी के शीर्ष संगठनात्मक नेता का नाम भी सामने आ सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नेतृत्व के पास कई विकल्प हैं और नाम को लेकर मंथन चल रहा है।


पूर्व उपराष्ट्रपतियों का भाजपा से संबंध

धनखड़ से पहले एम. वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति थे और वे भी भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं। पिछले रुझानों को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार भी एनडीए किसी ऐसे चेहरे को आगे लाएगा जो संगठनात्मक रूप से मजबूत हो और सदन चलाने में माहिर हो।


क्या नीतीश कुमार का नाम भी चर्चा में है?

पटना में जब मीडिया ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने की चर्चा पर प्रतिक्रिया मांगी, तो बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा, “यह अच्छी बात है। अगर वह उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो इसमें क्या दिक्कत है?” हालाँकि, अभी तक जेडीयू या नीतीश कुमार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।