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ओवैसी ने नीतीश सरकार को समर्थन देने की शर्तें रखीं

बिहार विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें जीती हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देने की इच्छा जताई, लेकिन उन्होंने सीमांचल के लोगों के साथ न्याय की शर्त रखी। ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी गरीबों और सभी समुदायों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगी। जानें इस राजनीतिक स्थिति के बारे में और क्या है ओवैसी का दृष्टिकोण।
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ओवैसी ने नीतीश सरकार को समर्थन देने की शर्तें रखीं

बिहार में एआईएमआईएम का राजनीतिक प्रभाव


पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने पांच सीटें जीती हैं। 2020 के चुनाव में भी पार्टी ने इतनी ही सीटें हासिल की थीं, जिससे सीमांचल क्षेत्र में एआईएमआईएम का प्रभाव स्पष्ट होता है। वर्तमान में, ओवैसी की पार्टी किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है, लेकिन उन्होंने नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को शर्तों के साथ समर्थन देने की इच्छा व्यक्त की है।


किशनगंज में एक जनसभा के दौरान, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'पटना में नीतीश कुमार की सरकार है। बिहार के लोगों ने उन्हें अधिकार दिया है। हम उन्हें अपना पूरा समर्थन देंगे, बशर्ते वह सीमांचल के लोगों के साथ न्याय करें और यहां कट्टरपंथ को बढ़ने न दें। न्याय की मांग केवल मुसलमानों के लिए नहीं होगी; हमारे हिंदू भाई, दलित भाई और आदिवासी लोग भी सीमांचल में रहते हैं। मजलिस सभी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगी।'


ओवैसी ने आगे कहा, 'अब सीमांचल के लोग जागरूक हो चुके हैं। एआईएमआईएम को मिले वोट इस बात का प्रमाण हैं कि लोग जानते हैं कि यही पार्टी उनकी लड़ाई लड़ेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे सभी पांच विधायक बिहार विधानसभा में गरीबों और लोगों की आवाज उठाएंगे।'