कतर में इजरायली हवाई हमले से हमास के नेता मारे गए

कतर में हमास नेताओं की बैठक पर हमला
कतर की राजधानी दोहा में हमास से जुड़े प्रमुख नेताओं की एक बैठक चल रही थी, जिसमें सीजफायर पर चर्चा की जा रही थी। इसी दौरान, इजरायली वायुसेना ने रेड सी से बैलिस्टिक मिसाइल से उस इमारत पर हमला किया, जहां बैठक हो रही थी।
इस हमले में हमास के पांच अधिकारियों और कतर के एक सैनिक की जान चली गई। कतर, अमेरिका का एक मित्र राष्ट्र है, और अमेरिका ने 1992 से कतर को सुरक्षा की गारंटी दी है। इसके बदले में, कतर अमेरिका में अरबों का निवेश करता है। इस वर्ष, कतर ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 3400 करोड़ का एक लग्जरी प्लान उपहार में दिया था।
इस हमले को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की असफलता के रूप में देखा गया। हमले के बाद, सभी अरब देशों में तनाव बढ़ गया। हमले के पांच दिन बाद, दोहा में 50 से अधिक मुस्लिम देशों के नेताओं ने इकट्ठा होकर इजरायली हमले की निंदा की। इसके परिणामस्वरूप, अमेरिका पर दबाव बढ़ा और इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को ट्रंप के दबाव में माफी मांगनी पड़ी।
इससे पहले, नेतन्याहू ने 2013 में इजराइली कमांडो द्वारा तुर्की के जहाज Mavi Marmara पर हमले के लिए माफी मांगी थी, जिसमें नौ तुर्की नागरिकों की मौत हुई थी। इसके अलावा, जॉर्डन के एक जज की गोलीबारी में मौत के मामले में भी नेतन्याहू ने माफी मांगी थी, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव उत्पन्न हुआ था।