करतारपुर कॉरिडोर बाढ़ से प्रभावित, राहत कार्य जारी

करतारपुर कॉरिडोर में बाढ़ का संकट
करतारपुर कॉरिडोर वीडियो: भारत और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित करतारपुर कॉरिडोर बाढ़ की चपेट में आ गया है। रावी नदी में भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़ने के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर और उसके आस-पास के क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। यह गुरुद्वारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का अंतिम विश्राम स्थल माना जाता है। बाढ़ के कारण कॉरिडोर का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक के निकट धूसी बांध में रातोंरात बड़ी दरार आने से स्थिति और गंभीर हो गई है। इस दरार के कारण रावी नदी का पानी कई गांवों में घुस गया, जिससे हजारों एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई। डेरा बाबा नानक शहर में भी कई घरों में पानी भर गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रभावित परिवारों ने तत्काल राहत और बचाव की मांग की है। अमृतसर के अजनाला क्षेत्र में भी धूसी बांध में दरारें देखी गई हैं, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
— Vishal Anand (@VishalAnand93) August 27, 2025
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा परिसर में भी पानी भर गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुद्वारे की मुख्य सीढ़ियों के चार कदम पानी में डूब चुके हैं और परिसर में कई फीट पानी जमा हो गया है। मजार साहिब और खूह साहिब जैसे पवित्र स्थल पूरी तरह जलमग्न हैं। हालांकि, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप और सेवादार पहली मंजिल पर सुरक्षित हैं। पाकिस्तानी प्रशासन ने स्थिति बिगड़ने पर हेलीकॉप्टर और वाहनों के जरिए सेवादारों को निकालने की तैयारी शुरू कर दी है।
आसपास के गांवों और फसलों को भी भारी नुकसान
करतारपुर कॉरिडोर, जो 2019 में गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर शुरू हुआ था, भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। लेकिन अप्रैल 2025 में पहलगाम हमले के बाद से यह बंद है। बाढ़ ने आसपास के गांवों और फसलों को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 27 से 30 अगस्त तक सभी स्कूल बंद करने की घोषणा की है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।