कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान तेज
कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक
कर्नाटक की राजनीति में मुख्यमंत्री पद को लेकर एक नई खींचतान शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के समर्थक मंत्री और विधायक गुरुवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए। सूत्रों के अनुसार, शिवकुमार के करीबी सहयोगी एन. चलुवरायसामी और विधायक इकबाल हुसैन, एच.सी. बालकृष्ण और एस.आर. श्रीनिवास ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने का मुद्दा उठाया।
सिद्धारमैया का स्पष्ट बयान
सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया है कि वे अपने पांच साल के कार्यकाल को पूरा करेंगे। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के भीतर सत्ता संतुलन का यह विवाद नया नहीं है। मई 2023 में चुनाव परिणामों के बाद भी मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच संघर्ष हुआ था। उस समय यह चर्चा थी कि ‘बारी-बारी से मुख्यमंत्री’ के फार्मूले पर सहमति बनी थी, जिसके अनुसार ढाई साल बाद शिवकुमार को पद संभालना था। हालांकि, इस पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
पार्टी में नेतृत्व पर चर्चा
यह कदम उस समय उठाया गया जब सिद्धारमैया का ढाई साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है। इस स्थिति में पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर चर्चाएं फिर से तेज हो गई हैं। शिवकुमार ने कई बार कहा है कि सिद्धारमैया पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे। दिल्ली में डेरा डाले सभी कांग्रेस विधायक मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद रात को वापस लौट गए हैं।
