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कर्नाटक में भगदड़ पर मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान: क्या भाजपा कर रही है राजनीति?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ को एक दुर्घटना बताते हुए कर्नाटक सरकार का बचाव किया। उन्होंने भाजपा की इस्तीफे की मांग पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं, लेकिन तब भाजपा चुप रही। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी भाजपा की आलोचना को राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करार दिया। जानें इस घटना के पीछे की राजनीति और सरकार की प्रतिक्रिया।
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कर्नाटक में भगदड़ पर मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान: क्या भाजपा कर रही है राजनीति?

कर्नाटक सरकार का बचाव करते हुए खड़गे का बयान

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 4 जून को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को एक दुर्घटना करार देते हुए कर्नाटक सरकार का समर्थन किया। इस घटना में 11 लोगों की जान गई थी। भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने इस दुखद घटना पर खेद व्यक्त किया है।


खड़गे का मीडिया से संवाद

खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह एक अत्यंत दुखद घटना है, लेकिन दुर्भाग्यवश, ऐसी घटनाएं पहले भी घटित हो चुकी हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि क्या उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले या कोविड के दौरान हुई त्रासदियों में किसी ने इस्तीफा दिया था? उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि जब कुंभ में बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे या कोविड के दौरान ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान गई थी, तब भाजपा की चुप्पी क्यों थी?


क्या भाजपा दुखद घटनाओं का राजनीतिक लाभ उठा रही है?

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी और भगदड़ पर भाजपा की आलोचना को राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा दुखद घटनाओं पर राजनीति कर रही है और लोगों को भटकाने के लिए गलत जानकारी फैला रही है।


सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि जब कुंभ मेले में 40-50 लोग मरे या फ्लाईओवर गिरने से 140 लोगों की जान गई, तब क्या भाजपा ने किसी बड़े नेता से इस्तीफा मांगा? उन्होंने गोधरा कांड और चामराजनगर के ऑक्सीजन संकट जैसे कई उदाहरण दिए, जब भाजपा ने चुप्पी साध रखी थी।


मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी होने के बाद सरकार उचित कार्रवाई करेगी, लेकिन भाजपा की वर्तमान मांग को उन्होंने अवसरवाद बताया।