कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मोदी पर साधा निशाना, ट्रंप के दावों पर उठाए सवाल

राज्यसभा में खड़गे का हमला
राज्यसभा में मंगलवार को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम में मध्यस्थता के दावों पर मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया। खड़गे ने यह भी पूछा कि जब भारत को रणनीतिक लाभ था, तो पाकिस्तान के संघर्षविराम प्रस्ताव को क्यों स्वीकार किया गया?
ट्रंप की मध्यस्थता पर सवाल
संघर्षविराम की घोषणा का कारण
खड़गे ने आरोप लगाया कि भारत सरकार ने संघर्षविराम की पहल खुद करने के बजाय अमेरिका को मध्यस्थता करने दिया। उन्होंने कहा, "न तो विदेश मंत्री, न प्रधानमंत्री और न ही रक्षा मंत्री ने संघर्षविराम की घोषणा की, बल्कि इसकी जानकारी वाशिंगटन से ट्रंप ने दी। यह सवाल उठता है कि भारत की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा का नियंत्रण किसके हाथ में है?"
प्रधानमंत्री की चुप्पी पर कटाक्ष
मोदी की चुप्पी पर तंज
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "डोनाल्ड ट्रंप ने अब तक 29 बार दावा किया है कि उन्होंने युद्धविराम करवाया। जब तक मैं अपना भाषण खत्म करूँगा, तब तक शायद वे 30वीं बार यह कह चुके होंगे।" खड़गे ने यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप के इन दावों पर चुप क्यों हैं? "क्या प्रधानमंत्री को यह स्पष्ट नहीं करना चाहिए कि भारत स्वतंत्र विदेश नीति रखता है और किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं स्वीकार करता?"
राजनाथ सिंह का स्पष्टीकरण
राजनाथ सिंह का उत्तर
जब खड़गे प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे थे, तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर किसी तीसरे पक्ष के दबाव में नहीं रोका गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि युद्धविराम की शुरुआत पाकिस्तान की ओर से उनके DGMO और राजनीतिक तंत्र ने की थी। इस पर खड़गे ने फिर से सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने ट्रंप के झूठे दावों का खंडन क्यों नहीं किया?
व्यापारिक दबाव का मुद्दा
व्यापार के बदले दबाव?
खड़गे ने ट्रंप द्वारा भारत पर व्यापारिक दबाव डालने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि भारत को व्यापार के माध्यम से युद्धविराम के लिए मजबूर किया गया। अप्रत्यक्ष रूप से कारोबारी गौतम अडानी पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा, "किसे व्यापार से लाभ हुआ? कौन है वो व्यक्ति जो अपने स्वार्थ के लिए देश को गिरवी रखने को तैयार है? और कौन उसका समर्थन कर रहा है?"
कांग्रेस और भाजपा की तुलना
कांग्रेस और भाजपा की तुलना
खड़गे ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह पिछली सरकारों के राष्ट्रीय सुरक्षा योगदान को कमतर बताने और भ्रामक प्रचार करने में लगी है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने इस देश के लिए हथियारों की फैक्ट्रियां बनाईं और आपने झूठ की फैक्ट्रियां खड़ी कर दीं।" उन्होंने यूपीए और एनडीए सरकार की नीतियों में अंतर बताते हुए कहा कि भाजपा केवल प्रचार करती है, जबकि कांग्रेस ने राष्ट्र निर्माण किया है.