कांग्रेस और ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के जीएसटी बयान पर उठाए सवाल

प्रधानमंत्री का संबोधन और कांग्रेस का प्रतिरोध
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम दिए गए संबोधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने उन पर तीखा हमला किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी में कटौती का श्रेय केवल प्रधानमंत्री नहीं ले सकते, क्योंकि यह निर्णय सभी राज्यों ने मिलकर लिया था। ममता ने स्पष्ट किया कि जीएसटी कटौती का निर्णय जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में हुआ, जिसमें सभी राज्य शामिल थे।
कांग्रेस अध्यक्ष का बयान
प्रधानमंत्री के भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'नौ सौ चूहे खाकर, बिल्ली हज को चली। केंद्र सरकार ने कांग्रेस के सरल और कुशल जीएसटी के बजाय, अलग-अलग नौ स्लैब से वसूली कर 'गब्बर सिंह टैक्स' लगाया और आठ साल में 55 लाख करोड़ रुपए से अधिक वसूले। अब आप ढाई लाख करोड़ के 'बचत उत्सव' की बात कर रहे हैं, जबकि जनता को गहरे घाव देने के बाद मामूली बैंडऐड लगाने की कोशिश कर रहे हैं।'
कांग्रेस के अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने ममता बनर्जी के विचारों को दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री एक संवैधानिक निकाय जीएसटी काउंसिल के फैसले का पूरा श्रेय अपने नाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी में अभी भी कई खामियां हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रभारी सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि त्योहारों में नागरिकों का मुंह मिठास से भरेगा, तब सही है जब पिछले आठ सालों में लोगों के मुंह में कड़वाहट क्यों भरी थी?