कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पर विवाद जारी

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी
- नाराज आवेदनकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद व सांसद दीपेंद्र हुड्डा से की मुलाकात
रेवाड़ी। कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया में चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। रेवाड़ी जिले से अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने वाले लगभग 20 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में हरियाणा प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सांसद दीपेंद्र सिंह हूडा से मुलाकात की।
नाराज कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब राहुल गांधी हरियाणा के दौरे पर चंडीगढ़ आए थे, तब उन्होंने जिला अध्यक्ष की शक्तियों को बढ़ाने की बात की थी। लेकिन जब जिला अध्यक्षों की सूची देखी गई, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि चयन कार्यकर्ताओं की मेहनत पर नहीं, बल्कि बड़े नेताओं की सिफारिशों पर हुआ है। जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है।
पार्टी में कार्यकर्ताओं के लिए कई पद उपलब्ध हैं
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमने मेहनत से आवेदन दिए, लेकिन हमें नजरअंदाज कर जिला अध्यक्षों के नाम थोप दिए गए। यह केवल एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि सभी कार्यकर्ताओं का अपमान है।
प्रदेश प्रभारी ने सभी की बात ध्यान से सुनी और कहा कि ये नियुक्तियां ऑब्जर्वरों के सर्वे के आधार पर हुई हैं। फिर भी, जो पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं, उनका पार्टी में पूरा मान-सम्मान है। पार्टी में कई पद हैं, जो जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को दिए जाएंगे।
प्रभारी ने कहा कि प्रदेश में जो जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं, उनकी छह महीने की परफॉर्मेंस देखी जाएगी। यदि उनकी परफॉर्मेंस संतोषजनक नहीं रही, तो पुनर्विचार किया जा सकता है। सांसद दीपेंद्र सिंह हूडा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जिला अध्यक्षों का चयन राहुल गांधी की देखरेख में हुआ है। चयन प्रक्रिया को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जिला अध्यक्षों के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत करने का कार्य करें। इस अवसर पर महेंद्र छाबड़ा, संजय यादव बहाला, ऋषि यादव, ओमप्रकाश डाबला, लवली यादव, कुलजीत यादव, दिनेश यादव, राजेंद्र देकेदार, रमेश ठेकेदार, भरत सिंह, सुनीता रंगा, चौ. दलबीर सिंह, दिनेश भाड़ावास, अजीत तोंगड़, दयाराम एडवोकेट, सुधीर यादव आदि उपस्थित थे।