कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का कुत्ता विवाद: संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव की संभावना
संसद में कुत्ते के साथ विवाद
नई दिल्ली: कांग्रेस की सांसद रेणुका चौधरी इन दिनों संसद भवन परिसर में अपने पालतू कुत्ते को लाने के कारण चर्चा में हैं। शीतकालीन सत्र के पहले दिन, उन्होंने एक छोटे पिल्ले को अपनी कार में लेकर संसद पहुंचीं, जिसके बाद भाजपा ने इसे नियमों का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया है कि राज्यसभा में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की बात की जा रही है।
रेणुका चौधरी की प्रतिक्रिया
जब बुधवार को संसद परिसर में उनसे पूछा गया कि उनके खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया जा रहा है, तो उन्होंने केवल “भौं भौं...” कहकर जवाब दिया और वहां से चली गईं। उनके इस उत्तर ने विवाद को और बढ़ा दिया। इससे पहले, राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अब चर्चा का सबसे बड़ा विषय यही बन गया है।
VIDEO | Parliament Winter Session: Congress MP Renuka Chowdhury reacts over reports that the Rajya Sabha is considering initiating a privilege motion against her over her recent remarks involving dogs, says, "I will see when it will be brought... I will give a befitting reply..."… pic.twitter.com/yXifawrLT3
— Press Trust of India (@PTI_News) December 3, 2025
बीजेपी सांसदों की प्रतिक्रिया
बीजेपी सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि रेणुका चौधरी अपनी आवाज और शैली के लिए पहले से ही जानी जाती हैं। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि किसी सांसद को अपने पालतू जानवर को लाकर तमाशा नहीं करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विशेषाधिकार का दुरुपयोग हुआ है और इस पर कार्रवाई आवश्यक है।
रेणुका चौधरी का स्पष्टीकरण
रेणुका चौधरी ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि जिस पिल्ले को उन्होंने लाया, उसे उन्होंने एक दुर्घटना के बाद बचाया था। उन्होंने बताया कि स्कूटर और कार की टक्कर के बाद पिल्ला सड़क पर डर के मारे इधर-उधर भाग रहा था, जिससे उसे चोट लगने का खतरा था। इसलिए उन्होंने उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर संसद तक लाया और बाद में उसे घर भिजवा दिया।
उन्होंने भाजपा की आपत्तियों पर तीखा जवाब देते हुए कहा कि असली समस्या तो संसद के अंदर है और एक मूक जीव की मदद को इतना बड़ा मुद्दा बनाना अनुचित है।
भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणी
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे संसद की गरिमा के खिलाफ बताते हुए कहा कि रेणुका चौधरी अपने बयानों से सांसदों और कर्मचारियों का अपमान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चर्चा से बचने के लिए नाटक कर रही है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
