कुरुक्षेत्र रिंग रोड: तीन राज्यों को जोड़ने वाली नई सड़क, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

कुरुक्षेत्र रिंग रोड: एक महत्वपूर्ण विकास
कुरुक्षेत्र रिंग रोड: तीन राज्यों को जोड़ने वाली नई सड़क, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत: कुरुक्षेत्र रिंग रोड की योजना हरियाणा के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है।
हरियाणा सरकार ने कुरुक्षेत्र में एक नए रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी दी है, जो चार राष्ट्रीय राजमार्गों और तीन राज्यों—हरियाणा, पंजाब, और उत्तर प्रदेश—के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा। यह सड़क ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने में मदद करेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस परियोजना को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए, इस रिंग रोड के फायदों और निर्माण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ट्रैफिक जाम से राहत
कुरुक्षेत्र रिंग रोड शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान में, पंजाब, उत्तर प्रदेश और यमुनानगर जाने वाली गाड़ियाँ कुरुक्षेत्र शहर के माध्यम से गुजरती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।
नया रिंग रोड बनने से वाहन शहर के बाहर से गुजर सकेंगे। यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 44, 125 और 344 को जोड़ने का कार्य करेगी। कुरुक्षेत्र और लाडवा का ट्रैफिक अन्य जिलों की ओर डायवर्ट होगा, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी।
सरकारी मंजूरी और प्रक्रिया
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुरुक्षेत्र के दौरे के दौरान इस रिंग रोड की घोषणा की थी। हरियाणा सरकार ने केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर सर्वेक्षण पूरा किया है।
कुरुक्षेत्र रिंग रोड को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी और गडकरी की बैठक में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। डीपीआर के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी, जो 70-100 गांवों की भूमि को कवर करेगी। यह परियोजना क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगी।
तीन राज्यों को लाभ
कुरुक्षेत्र रिंग रोड पिहोवा से शुरू होकर राष्ट्रीय राजमार्ग 125, 44 और 344 को जोड़ने का कार्य करेगी। यह पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। कैथल, अंबाला, यमुनानगर, जींद और फतेहाबाद के लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे।
इस सड़क के निर्माण से प्रॉपर्टी की कीमतों में भी वृद्धि होगी, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह परियोजना कुरुक्षेत्र को विकास का नया केंद्र बनाने में सहायक होगी। लोग इस बदलाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।