केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लद्दाख के एसईसीएमओएल का एफसीआरए लाइसेंस रद्द किया

लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों के बीच कार्रवाई
नई दिल्ली - लद्दाख में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीएमओएल) का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह संस्था सोनम वांगचुक से जुड़ी हुई है।
गृह मंत्रालय के आदेश में बताया गया है कि एसईसीएमओएल को विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के तहत पंजीकरण प्रमाणपत्र संख्या 152710012आर जारी किया गया था, ताकि यह सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए विदेशी अंशदान प्राप्त कर सके। मंत्रालय ने 20 अगस्त को एसोसिएशन को कारण बताओ नोटिस भेजा था, जिसके बाद 10 सितंबर को ईमेल के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा गया था।
एसोसिएशन ने 19 सितंबर को अपने जवाब में कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान सोनम वांगचुक ने एफसीआरए खाते में 3.5 लाख रुपए जमा किए। मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी की कि एफसीआरए फंड से खरीदी गई संपत्तियों की बिक्री से प्राप्त राशि को केवल एफसीआरए खाते में ही जमा किया जाना चाहिए। एसोसिएशन का स्पष्टीकरण इस मामले में उचित नहीं पाया गया।
इसके अलावा, एसोसिएशन ने एफसी-4 में सोनम वांगचुक से 3,35,000 रुपए की विदेशी सहायता का उल्लेख किया है, लेकिन यह लेनदेन अधिनियम के सेक्शन 18 के उल्लंघन में एफसीआरए खाते में दर्ज नहीं है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान तीन व्यक्तियों द्वारा 54,600 रुपए का स्थानीय फंड भी एफसीआरए खाते में जमा किया गया था, जो कि नियमों का उल्लंघन है।
मंत्रालय ने कहा कि एसोसिएशन ने स्वीकार किया है कि दान देने वाले संगठन ने देश की संप्रभुता पर अध्ययन के लिए दान दिया था, जो कि कानून के खिलाफ है। इसके अलावा, एसोसिएशन ने 19,600 रुपए की राशि दानदाता को वापस कर दी, जो कि कानून के अनुसार उचित नहीं है।
गृह मंत्रालय ने एसईसीएमओएल का एफसीआरए पंजीकरण प्रमाणपत्र रद्द कर दिया है। लेह जिला मजिस्ट्रेट ने सोनम वांगचुक को पत्र लिखकर उनके एनजीओ के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें सरकारी कर्मचारियों का मनोबल गिराने और अवैध रूप से भूमि पर कब्जा करने के आरोप शामिल हैं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि सोनम वांगचुक के चीन और अन्य स्थानों पर संबंध हैं, जो देश विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन सभी आरोपों को गंभीरता से लिया गया है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कार्रवाई की जाएगी।