कोलंबिया में मिगुएल उरीबे पर गोलीबारी: चुनावी रैली में अफरातफरी

मिगुएल उरीबे पर हमले की घटना
Miguel Uribe पर हमला: कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में एक चुनावी रैली के दौरान राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिगुएल उरीबे पर गोलीबारी की गई, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। 39 वर्षीय उरीबे, जो विपक्षी सेंट्रो डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े हैं, रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उन पर तीन गोलियां चलाई गईं। उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सुरक्षा बलों की तत्परता
घटना के तुरंत बाद, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को पकड़ लिया। उससे पूछताछ की जा रही है ताकि हमले के पीछे की मंशा और साजिश का पता लगाया जा सके। कोलंबिया प्रशासन ने कहा है कि यदि आवश्यक हुआ, तो उरीबे को बेहतर चिकित्सा के लिए किसी अन्य अस्पताल में भेजा जाएगा.
मिगुएल उरीबे का परिचय
कौन हैं मिगुएल उरीबे? मिगुएल उरीबे एक युवा और प्रभावशाली नेता हैं, जो कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति जूलियो सीजर के पोते हैं। उनके दादा 1978 से 1982 तक कोलंबिया के राष्ट्रपति रहे थे। उरीबे की मां, डायना टर्बे, एक प्रसिद्ध पत्रकार थीं, जिन्हें 1991 में पाब्लो एस्कोबार के मेडेलिन कार्टेल द्वारा अपहरण कर लिया गया था और एक रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी.
राजनीतिक करियर
मिगुएल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बोगोटा के काउंसिलर के रूप में की थी और उन्होंने शहरी विकास और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया है। वह 2026 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
दुनिया भर में हमले की निंदा: मिगुएल उरीबे पर हुए इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की जा रही है। अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ सचिव मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'यह हमला लोकतंत्र के लिए सीधा खतरा है। यह हिंसक वामपंथी बयानबाजी का परिणाम है.'
ऐतिहासिक संदर्भ
इतिहास में भी हुए हैं ऐसे हमले: इस घटना ने डोनाल्ड ट्रंप और शिंजो आबे जैसे नेताओं पर हुए हमलों की याद दिला दी है। अमेरिका में ट्रंप पर भी चुनावी अभियान के दौरान हमला हुआ था, वहीं जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.