कोलकाता लॉ कॉलेज में गैंगरेप: टीएमसी और भाजपा के बीच तीखी बहस

कोलकाता में गैंगरेप की घटना
कोलकाता लॉ कॉलेज में गैंगरेप: दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक स्थिति में हलचल मचा दी है। इस मामले में मुख्य आरोपी, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) युवा शाखा के पूर्व अध्यक्ष मोनोजीत मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद भाजपा और सत्तारूढ़ टीएमसी के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई है।
भाजपा का आरोप
पश्चिम बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने इस घटना को "टीएमसी शासन के तहत कानून-व्यवस्था के गिरते स्तर का एक और शर्मनाक उदाहरण" बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के यूनियन रूम के पास हुई, जो "गहरी सड़न का संकेत" है। मालवीय ने सवाल उठाया, "एक छात्रा को टीएमसीपी यूनियन क्षेत्र में क्यों बुलाया गया?"
कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल
उन्होंने कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब पीड़िता मदद के लिए चिल्लाई, तो कोई क्यों नहीं आया। मालवीय ने एक्स पर लिखा, "अगर रिपोर्ट पर विश्वास किया जाए तो लड़की को पहले बाथरूम में ले जाया गया, फिर चिल्लाने के बाद उसे घसीटकर कमरे में ले जाया गया। क्या बिल्डिंग में हर कोई बहरा, अंधा था या टीएमसीपी के खिलाफ बोलने से डरता था?"
महिलाओं की सुरक्षा पर टीएमसी की विफलता
मालवीय ने टीएमसी की छात्र राजनीति को "परिसरों को अपराध क्षेत्र में बदलने" का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मांग की कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर सजा दी जाए। उन्होंने कहा, "बलात्कारियों को टीएमसी का संस्थागत संरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। भाजपा बंगाल की महिलाओं के साथ खड़ी है और हम इसके खत्म होने तक लड़ेंगे।"
टीएमसी का पलटवार
तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए अपराजिता बलात्कार विरोधी विधेयक को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। टीएमसी प्रवक्ता जय प्रकाश ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष "एक सामाजिक बुराई को लेकर हमला कर रहा है।" पार्टी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने इस कानून को लागू करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया।
महिलाओं की सुरक्षा का सवाल
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, "इस राज्य में कुछ भी हो सकता है।" उन्होंने ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की, दावा किया कि वह इस घटना को "छोटी" बताकर पीड़िता को पैसे की पेशकश कर रही हैं।