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कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025: विदेश मंत्री ने साझा किए विचार

नई दिल्ली में आयोजित 'कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025' में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत की विदेश नीति और आर्थिक दृष्टिकोण पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि भारत अपनी सुरक्षा को विभिन्न स्रोतों से सहयोग लेकर मजबूत कर सकता है। इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक चुनौतियों को अवसरों में बदलने की बात की। जानें इस सम्मेलन में और क्या चर्चा हुई।
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कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025: विदेश मंत्री ने साझा किए विचार

कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन का समापन

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित 'कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025' का रविवार को समापन हुआ। इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने विदेश नीति और आर्थिक दृष्टिकोण पर अपने विचार प्रस्तुत किए।


उन्होंने बताया कि भारत अपनी ऊर्जा, खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा को राष्ट्रीय क्षमताओं के साथ-साथ विभिन्न स्रोतों से सहयोग लेकर सुनिश्चित कर सकता है। इससे जोखिम कम होगा और देश की मजबूती में वृद्धि होगी।


जयशंकर ने कहा कि भारत की विदेश नीति का मुख्य उद्देश्य अधिकतम उपयोगी रिश्ते बनाना है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि ये रिश्ते किसी एक देश के साथ विशेष न हों, जिससे अन्य देशों के साथ अवसरों का नुकसान न हो। इसे मल्टी-अलाइनमेंट नीति कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि भारत विभिन्न देशों और क्षेत्रों के साथ समान रूप से अच्छे संबंध बनाए रखे।


उन्होंने यह भी बताया कि इस नीति को अपनाना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि विभिन्न देशों के अलग-अलग हित होते हैं। इसलिए, भारत को हर स्थिति में समझदारी से काम लेना होता है ताकि सभी के साथ संतुलित और लाभकारी रिश्ते स्थापित किए जा सकें। देश के भीतर की चुनौती यह है कि हमें अपनी राष्ट्रीय शक्ति के हर पहलू को मजबूत करना होगा। पिछले दस वर्षों में भारत ने इस दिशा में ठोस आधार तैयार किया है। आने वाले पांच वर्ष वैश्विक स्तर पर भारत के लिए चुनौतीपूर्ण होंगे, क्योंकि दुनिया तेजी से बदल रही है। लेकिन, भारत आत्मविश्वास और मजबूती के साथ इन चुनौतियों का सामना करेगा।


उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत की यह बहुमुखी विदेश नीति और राष्ट्रीय ताकत देश के लिए सकारात्मक परिणाम लाएगी।


इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी 'कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन' में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने दूरदर्शिता और लचीलेपन के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों को अवसरों में बदल दिया है।