क्या चुनावी माहौल बनाने की तैयारी है? मोदी का फोकस बिहार चुनाव पर

चुनाव की तैयारी का माहौल
क्या यह सही है कि अभी से वोटिंग के लिए माहौल तैयार किया जा रहा है? लोकसभा चुनाव को एक साल ही हुआ है। क्या चार सौ पार का लक्ष्य हासिल करने का समय आ गया है? प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा और विदेशों में गए प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के खिलाफ प्रचार में जुटे हैं, जैसे कि चुनाव का समय नजदीक हो।
बिहार चुनाव की तैयारी
बिहार के चुनाव अभी छह महीने दूर हैं। क्या प्रधानमंत्री राजनीतिक रैलियों का आयोजन कर रहे हैं? मोदी की भाषा, जिसमें वह कहते हैं कि 'मोदी की गोली खाओ, बाढ़ में डूब जाओगे', कांग्रेस द्वारा फिल्मी डायलॉग कहे जाने पर भी वह आलोचना कर रहे हैं।
आतंकवाद पर ध्यान
हाल ही में पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या हुई, जिससे देश में गम और गुस्सा फैल गया। राहुल गांधी वहां गए, जबकि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकवादियों को संदेश दिया कि हम डरने वाले नहीं हैं।
मोदी का बयान
प्रधानमंत्री ने पंजाब में किसानों के एक जत्थे को देखकर पुलिस से कहा कि वह जीवित लौट रहे हैं। क्या उनसे उम्मीद की जा सकती है कि वे पहलगाम जाएंगे? मोदी ने अपनी गोली का श्रेय खुद को दिया, जो सेना की नहीं है।
सामाजिक मुद्दे
भाजपा के प्रधानमंत्री ने पहलगाम में मारे गए लोगों के प्रति कोई संवेदना नहीं दिखाई। उल्टे, भाजपा के एक सांसद ने उन महिलाओं पर आरोप लगाया कि वे आतंकवादियों से नहीं लड़ पाईं। यह बयान बेहद शर्मनाक है।
सेना की स्थिति
सेना के जवानों को अग्निवीर नाम देकर उनकी सुविधाएं कम कर दी गई हैं। पूर्व जनरलों ने कहा है कि सरकार ने सेना की शक्ति को कम कर दिया है।
भाजपा के अंतर्विरोध
भाजपा में भारी अंतर्विरोध हैं। एक ओर, मुसलमानों को सम्मानित किया जा रहा है, दूसरी ओर, उनके खिलाफ अपशब्द कहे जा रहे हैं। माब लिंचिंग की घटनाएं अभी भी जारी हैं।
देश में तनाव का माहौल
देश में शांति का माहौल नहीं है, जबकि पड़ोसी देश के आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री अपने तरीके से चेतावनियां दे रहे हैं, लेकिन देश में मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है।
आगे की योजना
क्या मोदी किसी बड़े चुनाव की तैयारी कर रहे हैं? या सिर्फ बिहार चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं? यह जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा।