क्या ट्रंप और पुतिन की बातचीत से बढ़ा तनाव? यूक्रेन में हालात और बिगड़े

ट्रंप और पुतिन के बीच तनावपूर्ण बातचीत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई लगभग एक घंटे की फोन वार्ता के बाद तनाव और बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। ट्रंप ने इस बातचीत के बाद सार्वजनिक रूप से अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पुतिन यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए इच्छुक हैं।
ट्रंप की निराशा और रूस का ड्रोन हमला
ट्रंप ने शुक्रवार को आयोवा से वाशिंगटन लौटते समय कहा, "मुझे नहीं लगता कि वह शांति की दिशा में बढ़ रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति बहुत गंभीर है। उनके इस बयान के तुरंत बाद, रूस ने कीव पर एक ड्रोन हमला किया, जिसमें एक आवासीय इमारत में आग लग गई और कम से कम 23 लोग घायल हो गए।
बातचीत का कोई ठोस परिणाम नहीं
ट्रंप ने पुष्टि की कि पुतिन के साथ उनकी बातचीत लंबी थी, लेकिन किसी भी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई। इस बीच, क्रेमलिन के सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि इस वार्ता में यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति में अस्थायी रोक पर चर्चा नहीं हुई।
रूस का बड़ा ड्रोन हमला
फोन कॉल के कुछ घंटों बाद, रूस ने कीव पर एक बड़ा ड्रोन हमला किया, जिससे कई आवासीय क्षेत्रों में आग लग गई और अफरातफरी मच गई। कीव के मेयर विटाली क्लिचको ने बताया कि शहर के 10 में से 6 जिलों में काफी नुकसान हुआ है। यूक्रेन की वायु सेना के अनुसार, रूस ने एक ही रात में 539 ड्रोन और 11 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 478 को इंटरसेप्ट कर लिया गया।
पोक्रोवस्क में रूसी गोलाबारी
यूक्रेन के पूर्वी शहर पोक्रोवस्क और उसके आसपास के क्षेत्रों में रूसी गोलाबारी में 5 नागरिकों की मौत हो गई। यह क्षेत्र पिछले कई हफ्तों से लगातार रूसी हमलों का शिकार बना हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने डेनमार्क में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे ट्रंप से बात करने की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि हथियारों की आपूर्ति में आई रुकावट पर चर्चा की जा सके।
ट्रंप का बयान और कीव में चिंता
ट्रंप ने कहा कि हम हथियार दे रहे हैं, लेकिन पहले ही बहुत सारे हथियार दिए जा चुके हैं। बाइडन प्रशासन ने देश के लिए पर्याप्त हथियारों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। इस अस्थायी रोक ने कीव में चिंता बढ़ा दी है, जहां अधिकारी चेतावनी दे रहे हैं कि इससे रूस के हमलों का सामना करना मुश्किल हो सकता है।
पुतिन का स्पष्ट संदेश
क्रेमलिन के सलाहकार यूरी उशाकोव के अनुसार, पुतिन ने कहा कि रूस तब तक युद्ध नहीं रोकेगा जब तक 'मूल कारणों' का समाधान नहीं हो जाता, जो आमतौर पर नाटो के विस्तार और पश्चिमी सैन्य सहायता को माना जाता है।